पटना से अनमोल कुमार :
राजा राममोहन राय के 249 वीं जयंती पर समाज के प्रबुद्ध चिंतक प्रभात कुमार वर्मा ने आज सामाजिक उत्थान के पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित कार्यालय में कुछ समाजसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतवर्ष में राजा राममोहन राय की पहचान सामाजिक शैक्षणिक एवं धार्मिक सुधारक के रूप में है। उन्होंने सती प्रथा बाल विवाह के विरोध में अपनी आवाजें बुलंद किए महिलाओं के अधिकार, विधवा विवाह एवं उनकी शिक्षा के लिए भी आवाज उठाते रहे। सामाजिक योगदान के लिए तत्कालीन मुगल बादशाह अकबर द्वितीय ने पुणे राजा की उपाधि से सम्मानित किया l
राजा राममोहन राय का जन्म बंगाल के हुगली जिले में राधा नगर गांव में 22 मई 1772 को एक ब्राम्हण परिवार में हुआ था। उनके कुशाग्र बुद्धि के लिए उन्हें उच्च शिक्षा के लिए पटना भेजा गया, जहां बेदार उपनिषदों का उन्होंने अध्ययन किया। वाराणसी में भी हिंदू दर्शन का ध्यान किया। उनका योगदान समाज के लिए अनुकरणीय है l कार्यक्रम का संचालन सामाजिक उत्थान के सचिव अंकेश कुमार ने किया l