उप संपादक अश्विनी श्रीवास्तव :

रजौन प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा स्थल पर छाई रही विरानी।
देर शाम को स्थानीय पत्रकारों ने किया माल्यार्पण।
संविधान निर्माता कहे जाने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर इस बार रजौन में सरकारी स्तर से याद नहीं आए। यूं कहा जाए कि कोरोना का गाज महापुरुषों के जयंती व अन्य कार्यक्रमों पर भी गिरने लगा है। प्रखंड मुख्यालय स्थित डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर इस बार प्रशासनिक महकमा से कोई भी पदाधिकारी या कर्मचारी माल्यार्पण करने पहुंचे और ना ही कोई राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधि ही। इधर देर शाम को स्थानीय पत्रकारों का दल खबर संकलन करने निकला तो प्रखंड मुख्यालय स्थित विरान पड़़े अंबेडकर के आदम कद प्रतिमा पर पत्रकारों ने ही माल्यार्पण किया। इस दौरान वहां पहले से मौजूद रजौन के सीओ निलेश कुमार चौरसिया भी तब इस कार्यक्रम में शामिल हो गए। पत्रकार कुमुद रंजन राव, अश्विनी श्रीवास्तव, पीयूष कुमार, शंखनाद मीडिया समूह के कार्यकारी संपादक पंकज ठाकुर, अविनाश सिंह, गौरव कुमार, प्रत्यूष परमार्थ हेमंत कुमार उर्फ हेनू झा सहित कई स्थानीय पत्रकारोंं व अन्य ने भी माल्यार्पण किया। यह और बात है कि विभिन्नन दलों के नेता वोट की राजनीतिक रोटी सेकने के लिए डॉक्टर अंबेडकर के हिमायती बताते हुए थकते नहीं है, लेकिन प्रखंड मुख्यालय स्थित इस आदम कद प्रतिमा की याद किसी को नहीं आई। हालांकि राजद कार्यकर्तााओं ने रजौन में बाबासाहेब की 130 वीं जयंती मनाई । इस अवसर पर राजद जिला सचिव भैरव सिंह कुशवाहा, मीडिया प्रभारी नीतीश कुमार, राजद महिला मोर्चा शैल सुता देवी, पूर्व मुखिया जवाहर यादव, महेश्वरी मलय, सुरेश प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष संजय कुमार झा, मीरा देवी, विष्णु देव हरिजन, रामविलास पासवान मौजूद थे। इसके अलावे पुनसिया बस्ती में अंबेडकर विचार मंच के प्रमोद कुमार सुमन के नेतृत्व में जयंती मनाया गया। इसके अलावा भादवा गांव में शंभू पासवान के नेतृत्व में भी ग्रामीणों ने अंबेडकर जयंती मनाई। इधर प्रशासन सहित अन्य दलों ने कोरोना का हवाला देते हुए महज सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने भी अपने स्तर से अंबेडकर को याद किया है।