:- रागिनी शर्मा!
70 विधानसभा सीटों पर पश्चिम बंगाल में है मतुआ समाज की पकड़!
लोकसभा चुनाव में मतुआ समाज ने 18 सीट भाजपा की झोली में डाला था!
पश्चिम बंगाल में चुनाव का शोर थम गया तो चुनाव के मौके पर शायद ही आपने कभी ऐसा सुना हो प्रधानमंत्री के बांग्लादेश दौरे को भी राजनीति नजरिए से देखा जा रहा है।प्रधानमंत्री 2 दिन के दौरे पर बांग्लादेश के लिए रवाना हो गए बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह में वह शामिल होंगे और बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की जयंती में भी शिरकत करेंगे।हालांकि विदेश सचिव ने ट्वीट कर दोनों देशों के संबंधों सुधारने पर हस्ताक्षर होने की बात कही। और कई समझौते भी इसमें शामिल होंगे। यहां तक तो ठीक है बांग्लादेश से बेहतर संबंध बनाने की कहानी दरअसल यहां पर अब राजनीति समझें प्रधानमंत्री बांग्लादेश के मतुआ मंदिर भी जाएंगे प्रधानमंत्री के मतवा मंदिर जाने को लेकर पश्चिम बंगाल के चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।और प्रधानमंत्री एक बार फिर मतुआ समाज को साधने में जुट गए और अपना उन तक पैगाम पहुंचाने में और इसके लिए उन्होंने बांग्लादेश को चुना क्योंकि यह बंगाल से सटा हुआ राज्य है। दरअसल आंकड़ों पर अगर गौर करें आप तो पश्चिम बंगाल में रहने वाले मतुआ समाज से ही पलायन कर पहुंचे हैं। 2011 जनगणना के मुताबिक बंगाल में अनुसूचित जाति की आबादी करीब 1.84 है।इसमें करीब 50 परसेंट मतुआ समाज के पश्चिम बंगाल में 70 विधानसभा क्षेत्रों में ताल्लुक रखते हैं।और बंगाल में कांटे की टक्कर है 2 मई तक किसका पलड़ा भारी हो जाएगा फिलवक्त लोकसभा चुनाव पर आप नजर डाले तो प्रधानमंत्री ने बंगाल पहुंचकर सबसे पहले एक 100 साल पुराने मठ मतुआ समाज के बीच पहुंचकर उन्होंने संदेश दिया था और यहां से चुनाव प्रचार उन्होंने शुरू किया था।और इसका सीधा फायदा बीजेपी को दिखा था 18 लोकसभा सीट मतुआ
समाज ने उनकी झोली में डाल दिया था। अब देखना लाजमी होगा कि प्रधानमंत्री की विदेशी दौरे से देशी राजनीति क्या रंग लाती है।