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शिक्षक संघ के द्वारा प्रभारी कुलपति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन!

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धीरज शर्मा की रिपोर्ट:-

तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में पिछले कई महीनों से कई छात्र संगठनों शिक्षकेतर कर्मचारियों और विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा विश्वविद्यालय की अराजक स्थिति को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होता आ रहा है। वहीं अब विश्वविद्यालय में शिक्षकों का जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी बाबत सोमवार को शिक्षक संघ भूटा और भुस्टा के द्वारा विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति हनुमान पांडे को भगाओ और स्थाई कुलपति की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। यह विरोध प्रदर्शन प्रतिरोध मार्च के रूप में दिनकर भवन से चलकर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन तक पहुंची और नारेबाजी के साथ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। विश्वविद्यालय के शिक्षक और भुट्टा के महासचिव प्रोफेसर जगदर मंडल ने बताया कि पिछले 8 महीनों से प्रभारी कुलपति के नहीं रहने से सारा कामकाज ठप पड़ा हुआ है, फाइलें ऑफिस में धूल फांक रही है, कॉलेजों में परीक्षा बाधित है, नियमित सत्र नहीं चल रहा है साथ ही साथ छात्रों कर्मचारियों और शिक्षकों का कोई भी काम नहीं हो पा रहा है इसी बाबत आज हम लोगों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैया से त्रस्त होकर विरोध प्रदर्शन किया है और यदि 14 अगस्त तक हमारी मांगों को नहीं माना गया तो हम सभी शिक्षक छात्रों के भविष्य के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। वहीं दूसरी ओर तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी भूगोल विभाग के हेड संजय कुमार झा ने बताया कि विश्वविद्यालय में अराजकता की स्थिति प्रभारी कुलपति हनुमान पांडे के साथ साथ विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की देन है क्योंकि विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी प्रभारी कुलपति केरल में अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं जिसके कारण विश्वविद्यालय गर्त में चला जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले 8 महीने से विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति हनुमान पांडे के नहीं रहने से विश्वविद्यालय का सारा कामकाज ठप हो गया है छात्रों कर्मचारियों और शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है विश्वविद्यालय में कुलपति के नहीं रहने से छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है साथ ही परीक्षा नियमित सत्र माइग्रेशन नामांकन को लेकर काफी परेशानियां हो रही है इस विरोध प्रतिरोध मार्च में सैकड़ों की संख्या में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं मौजूद थे।

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