Report :- Rishikesh Kumar
-नीम हकीम खतरे जान।इन मुहावरे का अर्थ सभी लोग जानते है वावजूद झाड़फूंक के चक्कर मे पड़ जाते है और लोगो को अपनी जान तक गवानी पड़ती है।ताजा मामला नालंदा थाना क्षेत्र इलाके के शहरीचक गांव की है जहां खेलने के दौरान बच्चे को विषैले साँप ने काट लिया।साँप काटने की बात बच्चे अंकित कुमार ने अपने परिजनों को दी।परिजनों ने आनन फानन में बच्चे को इलाज की जगह कुछ लोगो के कहने पर मोहनपुर गांव के पास झाड़फूंक के लिए भगत के पास ले गए।भगत के द्वारा बच्चे का झाड़फूंक भी किया जाने लगा।झाड़फुंक के दौरान ही बच्चे अंकित कुमार की तबियत खराब होते चली गयी।बच्चे की तबियत खराब होते देख वहां से गुजर रहे मोटरसाइकिल सवार राहगीर ने गभीर हालात में बच्चे को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।जहां इलाज के क्रम में बच्चे ने दम तोड़ दिया।वहां पर मौजूद चिकित्सको ने बताया कि अगर बच्चे को सही वक्त पर इलाज के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में लाया जाता तो शायद बच्चे की जान बच जाती।वही इस घटना के बाद बच्चे के परिजन का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।
बाइट।राहगीर
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा