जल मीनार एवं चापाकल खराब रहने से तालाब और कांदर का जल पीने को विवश है ग्रामीण!

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ललित कुमार पाल की रिपोर्ट

शिकारीपाड़ा(दुमका)

शिकारीपाड़ा प्रखंड के मलुटी पंचायत अंतर्गत छोटे से गांव धीनगर में चापाकल एवं जल मीनार खराब रहने के कारण लोगों को पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है| ग्रामीण तालाब और कांदर का पानी पीने को विवश हो गए है|ग्रामीणों की मानें तो कई बार चापाकल एवं जल मीनार की मरम्मत को लेकर मुखिया ,पंचायत सचिव को सूचना दी है मगर इसके बदले सिर्फ आश्वासन ही मिला है|जिस कारण ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी जा रही है| ग्रामीण जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी कर्मचारियों के इस रवैए से काफी नाखुश और आक्रोशित है| ग्रामीणों ने अंत में थक हार कर मीडिया के माध्यम से ही प्रशासन से चापाकल एवं सोलर संचालित जल मीनार की मरम्मत की गुहार लगाई है|ग्रामीणों ने नए चापाकल की भी मांग की है क्योंकि इस छोटे से गांव में सिर्फ एक ही खराब चापाकल है| मौके पर अर्जुन तंदर, लुखु तंदर, जोबा, लक्ष्मण , उज्जवल, बोलाई बागदी ,उत्तम , गौतम मौजूद थे|
यहां बताते चले कि यह गांव ऐतिहासिक ग्राम मंदिरों के गांव मलुटि से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है, जिस कारण ग्रामीणों में भी काफी रोष देखा जा रहा है| ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री, मंत्री,वरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मलूटी मंदिर आते हैं लेकिन आसपास के गांव पर ध्यान भी नहीं देते हैं और ना ही मुखिया पंचायत सचिव ध्यान देते हैं|

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