संसद सदस्य सड़क सुरक्षा समिति, सुपौल की बैठक 22 दिसंबर को सुपौल में

SHARE:

रिपोर्ट- संतोष चौहान!

सुपौल :- सुपौल सांसद दिलेश्वर कामैत की अध्यक्षता में गठित सांसद सदस्य सड़क सुरक्षा समिति, सुपौल की एक महत्वपूर्ण बैठक दिनांक 22 दिसंबर 2025 (सोमवार) को अपराह्न 02:00 बजे लहटन चौधरी सभागार, सुपौल में आयोजित की जाएगी।
जिला पदाधिकारी-सह-सदस्य सचिव, सांसद सदस्य सड़क सुरक्षा समिति, सुपौल द्वारा जानकारी दी गई कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं की गहन समीक्षा करना तथा सड़क दुर्घटनाओं में प्रभावी कमी लाने हेतु सभी संबंधित विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना है।

बैठक में विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा।
जिले में सड़क दुर्घटनाओं की वर्तमान स्थिति एवं उनके प्रमुख कारणों की समीक्षा
चिन्हित ब्लैक स्पॉट एवं ग्रे स्पॉट की पहचान तथा उनके निराकरण की प्रगति
यातायात नियमों के अनुपालन की स्थिति
सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से विभागीय समन्वय
आम नागरिकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु प्रभावी उपाय

उक्त बैठक में जिले के विधायकगण, पुलिस अधीक्षक, जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद के मुख्य पार्षद, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, अपर जिला परिवहन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पथ निर्माण विभाग (PWD), राज्य राजमार्ग प्राधिकार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), संबंधित विभागों के कार्यपालक अभियंता, विभिन्न स्टेकहोल्डर विभागों/संस्थानों के जिला स्तरीय अधिकारी, ऑटोमोबाइल डीलर संघ एवं ट्रेड एसोसिएशन के प्रतिनिधि सहित अन्य नामित सदस्यगण सहभागिता करेंगे।
जिला प्रशासन द्वारा सभी संबंधित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि वे निर्धारित तिथि, समय एवं स्थान पर स्वयं उपस्थित होकर अथवा सक्षम प्रतिनिधि नामित कर बैठक में सहभागिता सुनिश्चित करें, जिससे सड़क सुरक्षा से जुड़े प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके तथा आमजन के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

उल्लेखनीय है कि सांसद सदस्य सड़क सुरक्षा समिति (MPRSCs) का गठन भारत सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में स्थानीय स्तर पर सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। इन समितियों की अध्यक्षता संबंधित जिले के सांसद (लोकसभा) करते हैं, जबकि जिला कलेक्टर इसके सदस्य-सचिव होते हैं। समिति में पुलिस, परिवहन, पथ निर्माण, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं नागरिक समाज के प्रतिनिधि शामिल होते हैं, जो सामूहिक रूप से सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा जन-जागरूकता के लिए कार्य करते हैं।

इस समिति का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा नियमों एवं कानूनों का जमीनी स्तर पर प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करना, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु ठोस उपाय सुझाना एवं उन्हें क्रियान्वित कराना, तथा जागरूकता अभियानों के माध्यम से विशेषकर शिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण एवं संवेदनशीलता बढ़ाना है। समिति की बैठकें सामान्यतः त्रैमासिक आधार पर अथवा आवश्यकता अनुसार आयोजित की जाती हैं।

Join us on: