:- रवि शंकर अमित/गोविंद कुमार!
मोकामा के औटा गांव में एक शादी समारोह में बहुभोज खाने के बाद 200 से अधिक लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए। भोज खाने के कुछ घंटे बाद अचानक लोगों को उल्टी, दस्त और पेट में जलन की शिकायत होने लगी थी। जिसके बाद लोग काफी संख्या में इलाज के लिए मोकामा रेफरल अस्पताल पहुंच गए। अचानक सैकड़ों लोगों के बीमार होने से मोकामा के सभी सरकारी और प्राइवेट नर्सिंग होम में अफरा तफरी की स्थिति मच गई। सरकारी अस्पताल में भी फूड पॉइजनिंग की दवा और इंजेक्शन की कमी होने के बाद मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का इलाज किया गया। डॉक्टर की टीम फूड पॉइजनिंग से पीड़ित लोगों के इलाज में जुटी है। अब लोगों की स्थिति में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। फूड पॉइजनिंग का असर दो से तीन दिन तक रहने के कारण लोगों को अस्पताल में भर्ती कर डॉक्टर की निगरानी में रखा गया है। वृद्ध लोगों और महिलाओं पर डॉक्टर की टीम विशेष नजर रखे है। सभी को बुखार के साथ दस्त, लूज मोशन और पेट में मरोड़ और जलन की शिकायत हो रही है। डॉक्टर का कहना है कि भोज में मिठाई में फटा दूध इस्तेमाल करने से लोगों को फूड पॉइजनिंग की शिकायत हुई है।
मोकामा ट्रामा सेंटर में 21 मरीज का इलाज हुआ है । वहीं मरांची प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मोकामा रेफरल अस्पताल और निजी क्लीनिक में सभी का इलाज चल रहा है।
बाइट पीड़ित व स्वास्थ्यकर्मी




