रिपोर्टर — राजीव कुमार झा!
मधुबनी जिले से लगने वाली इंडो नेपाल बॉर्डर के निगरानी में रात दिन डटें 48 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, जयनगर ने आज अपने 16 वें स्थापना दिवस को अत्यंत ही हर्ष, उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह की अध्यक्षता एस एस बी कमांडेंट गोविंद सिंह भण्डारी ने किया, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को प्रेरणा और गौरव से परिपूर्ण कर दिया।
कार्यक्रम का आरम्भ पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें कमांडेंट सहित सभी सम्मानित अतिथियों की सहभागिता रही।
समारोह के दौरान कमांडेंट गोविंद सिंह भण्डारी की गौरवमयी सेवायात्रा, विभिन्न पदोन्नतियाँ, दायित्वपूर्ण नियुक्तियाँ तथा एस एस बी के प्रति उनके योगदान को विस्तार से प्रस्तुत किया गया। उनके नेतृत्व में 48 वीं वाहिनी ने न केवल सीमा सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य किया है बल्कि खेल, प्रशिक्षण और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उल्लेखनीय उपलब्धियाँ अर्जित की हैं।
इस अवसर पर 48 वीं वाहिनी के इतिहास, स्थापना, विभिन्न स्थानों पर तैनाती, सी आई ऑप्स में भूमिका तथा वर्तमान संचालन क्षेत्र की जानकारी भी साझा की गई। भारत–नेपाल सीमा पर सुरक्षा और समन्वय के प्रति वाहिनी की सतत प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला गया।
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में लगाए गए 18 विविध एवं आकर्षक स्टालों का उद्घाटन भी कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी द्वारा किया गया। इन स्टालों में खेल, मनोरंजन, पारंपरिक एवं आधुनिक व्यंजन, झूले और अनेक रोचक गतिविधियाँ शामिल थीं, जिनका सभी का उपस्थित लोगों ने आनंद लिया।
कार्यक्रम में डॉक्टर मंजीत भाटिया, कमांडेंट (चिकित्सा), हरेन्द्र सिंह, द्वितीय -कमान- अधिकारी, अन्य अधिकारीगण, जवान तथा संदीक्षा सदस्य भी उपस्थित रहें और उन्होंने समारोह की गरिमा को बढ़ाया।
औपचारिक कार्यक्रम के उपरांत सभी अतिथियों एवं जवानों ने स्टालों का भ्रमण कर 48 वीं वाहिनी के कर्मियों द्वारा किए गए प्रयासों, रचनात्मकता और उत्साह की सराहना की।
समापन के अवसर पर कमांडेंट गोविंद सिंह भंडारी ने समस्त अधिकारियों, जवानों एवं कर्मचारियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए सीमा सुरक्षा, सेवा, अनुशासन और देशभक्ति के संकल्प को दोहराया।



