बिहार ने पकड़ी विकास की रफ़्तार, जनता का भरोसा सिर्फ़ एनडीए सरकार: अनुराग सिंह ठाकुर!

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:- रवि शंकर अमित!

16 अक्तूबर 2025, पटना/बिहार : पूर्व केंद्रीय मंत्री व हिमाचल की हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से पाँचवी बार के सांसद श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत पटना के बांकीपुर से एनडीए प्रत्याशी श्री नितिन नवीन जी व अररिया की सिकटी विधानसभा से प्रत्याशी श्री विजय कुमार मंडल, सहरसा की के नामांकन कार्यक्रम में भागीदारी कर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए के शासनकाल में बिहार विकास की रफ़्तार पकड़ चुका है और इसलिए जनता इस विधानसभा चुनाव में फिर एक बार एनडीए सरकार अपना अपना भरोसा जतायेगी और सुशासन व सर्वकल्याण वाली एनडीए सरकार बनाएगी।

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ बिहार की यह धरती बुद्ध, चाणक्य और जननायक जयप्रकाश नारायण की है।यह वही बिहार है जिसने देश को दिशा दी, लोकतंत्र को ताकत दी,
और आज एक बार फिर विकास की नई कहानी लिखने जा रहा है। बिहार में सुशासन की सरकार चल रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बिहार में लगातार विकास करने का काम किया है। बिहार आज विकास की एक प्रेरणादायक गाथा लिख रहा है। पिछले एक दशक में केंद्र सरकार द्वारा राज्य को दी गई अभूतपूर्व वित्तीय सहायता ने बिहार की समृद्धि की राह खोल दी है। मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दौरान, 2004-14 की तुलना में बिहार को मिलने वाली आर्थिक सहायता तीन गुना से अधिक बढ़कर 2014-24 के दौरान ₹9.23 लाख करोड़ तक पहुंच गई। यह निवेश न केवल राज्य की सामाजिक और आर्थिक संरचना को बदल रहा है, बल्कि बिहार को पूर्वी भारत का प्रमुख आर्थिक हब बनाने में भी मददगार बन रहा है”

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ एनडीए सरकार ने बिहार के सर्वांगीण विकास में अभूतपूर्व कार्य किए हैं। 2 नए एयरपोर्ट का निर्माणऔर 6 नए एयरपोर्ट की स्वीकृति, एयरपोर्ट का विस्तारीकरण, 5 एक्सप्रेस-वे, 2 एम्स, 2 सेंट्रल यूनिवर्सिटी, नए महासेतु, पटना में मेट्रो, मखाना बोर्ड की स्थापना, 1.5 करोड़ से अधिक शौचालय , उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 1 करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन रेलवे ट्रैक विस्तार के मामले में बिहार ने 2014 के बाद एक अभूतपूर्व गति पकड़ी है। 2009 से 2014 के दौरान, राज्य में औसतन केवल 63.6 किलोमीटर नए ट्रैक प्रतिवर्ष बने थे।
लेकिन 2014 से 2025 तक यह औसत बढ़कर 172.6 किलोमीटर प्रतिवर्ष हो गया।
बिहार में रेलवे का यह विस्तार सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं, बल्कि इससे रेल यात्रियों के लिए सुविधआएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। 2014 से अब तक 115 नई ट्रेनों की शुरुआत हुई है। बिहार के रेलवे बजट में पिछले एक दशक में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। 2009–2014 के बीच जहां वार्षिक औसत आवंटन केवल ₹1,132 करोड़ था, वहीं 2025–26 तक यह बढ़कर ₹10,066 करोड़ हो गया है।यह लगभग नौ गुना की बढ़ोतरी है। इस बजट से न केवल ट्रैक और स्टेशन का विकास हुआ है, बल्कि नई ट्रेनें, पुल, इलेक्ट्रिफिकेशन और यात्रियों की सुविधाएं भी बेहतर हुई हैं। इसके साथ ही इससे पता चलता है कि केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार की रेल जरूरतों को गंभीरता से लिया है और इसे नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है”

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ अर्थव्यवस्था बढ़ाने व विभिन्न वर्ग के लोगों को फायदा पहुँचाने के दृष्टिगत बिहार में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।राज्य के लगभग 90 प्रतिशत राष्ट्रीय राजमार्ग अब डबल लेन या उससे अधिक चौड़े हैं। पिछले 5 वर्षों में 850 किलोमीटर से अधिक लंबे 4-लेन और उससे अधिक चौड़े राष्ट्रीय राजमार्ग बन चुके हैं। इस तेज़ विकास से क्षेत्रीय संपर्क मजबूत हुआ है, यात्रा की सुविधा बढ़ी है और माल एवं सेवाओं की आवाजाही में सुधार हुआ है। एनडीए सरकार के कारण 1.35 जीविका दीदी सरकार की मदद से खुद को सशक्त कर रही हैं।हमने बिहार की माताओं-बहनों को पंचायती राज व्यवस्था में 50% हिस्सेदारी व मातृशक्ति को सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण दिया है। एनडीए सरकार ने बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों की पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 की है। एनडीए सरकार ने अब तक 50 लाख से ज़्यादा रोज़गार देने का काम किया है”

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