रिपोर्ट- निभाष मोदी
भागलपुर, देशव्यापी आम हड़ताल की पूर्व संध्या पर मंगलवार की शाम भागलपुर के स्टेशन चौक स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर गोलंबर के समीप संयुक्त ट्रेड यूनियनों की ओर से एक सशक्त विरोध सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में ऐक्टू, एटक, सीटू, सेवा और इंटक सहित विभिन्न केंद्रीय श्रमिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सभा से पहले दिनभर प्रचार रथ और माइकिंग के जरिए शहर के श्रमिक बहुल इलाकों में जनजागरूकता अभियान चलाया गया। फैक्ट्रियों, चौक-चौराहों और मजदूर बस्तियों में जाकर लोगों को हड़ताल की वजहें बताई गईं और सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ लामबंद किया गया।
इंटक के जिलाध्यक्ष रवि कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “केंद्र सरकार द्वारा लाए गए श्रम कानून श्रमिकों के अधिकारों को कुचलने वाले हैं। ये कानून मजदूरों की बजाय पूंजीपतियों के हितों की रक्षा करते हैं। इस दमनकारी नीति के विरोध में कल देशभर के मजदूर सड़कों पर उतरेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि, “बिहार में मतदाता सूची को लेकर चल रही सख्ती भी लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
वरिष्ठ श्रमिक नेता दशरथ प्रसाद ने कहा, “मजदूरों को न्यूनतम वेतन, सामाजिक सुरक्षा और सम्मान नहीं मिल रहा है। उनकी आवाज को दबाया जा रहा है। हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे और कल की हड़ताल उसी संघर्ष का हिस्सा है।”
सभा में बड़ी संख्या में महिला श्रमिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र संगठन के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया और हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया।
हड़ताल को लेकर व्यापक समर्थन: आयोजकों ने बताया कि बुधवार को आयोजित हड़ताल में सरकारी और निजी क्षेत्र के कई मजदूर संगठन, कर्मचारी संघ, छात्र संगठन और सामाजिक संगठन भी हिस्सा लेंगे। आम जनता से भी इस हड़ताल को समर्थन देने की अपील की गई है।
सभा के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि मजदूर हितों की अनदेखी करने वाली किसी भी नीति का संगठित रूप से विरोध जारी रहेगा, और आने वाली हड़तालें भी इसका हिस्सा होंगी।