रिपोर्ट- निभाष मोदी!
नहीं नोटिस नहीं जानकारी घर में था ताला बंद अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर प्रधानमंत्री आवास योजना घर तोड़ा बिहार सरकार की जमीन को कराया अतिक्रमण मुक्त
भागलपुर जिला अधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी के जनता दरबार ने दिया था सन्हौला अंचल अधिकारी को जांच का आदेश जांच हुआ नहीं और नोटिस की जानकारी नहीं तीन विधवा महिला के घर पर चला प्रशासन का बुलडोजर सवाल जिला प्रशासन से क्या घर किसी अपराधी का था जो इतना जल्द थी कार्रवाई करने की गरीब महिला को इसके अलावा रहने का भी जगह नहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बना हुआ मकान को प्रशासन के बुलडोजर ने घर को तोड़ा सन्हौला क्षेत्र के पोठिया गांव में सरकारी जमीन के अतिक्रमण पर प्रशासन का बुलडोजर चला और प्रधानमंत्री आवास योजना घर सहित तीन लोगों द्वारा अतिक्रमण की गई जमीन को जेसीबी से तोड़कर खाली कराया गया, इसके पूर्व अतिक्रमणकारी रेखा देवी, नगीना देवी, प्रतिमा देवी को नोटिस किया गया था, लेकिन सरकारी जमीन खाली नहीं करने पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल के सहयोग से अतिक्रमण मुक्त कराया गया वहीं इसको लेकर पिड़ीत महिला ने बताया कि सभी वरीय पदाधिकारी के पास न्याय की गुहार लगाई गई है, जहां मामला चल रहा है, हाल में जिला पदाधिकारी के जनता दरवार में न्याय की गुहार लगाई, इस आलोक में जिलाधिकारी द्वारा जांच करने का आदेश प्राप्त हुआ है लेकिन जांच कराने के पूर्व गरीब बेबस विधवा महिला के आशियाने को उजाड़ दिया गया पीड़ित पक्षो ने बताया कि इसके पूर्व स्थानीय पदाधिकारी ने राजनीती व दुर्भावना से ग्रसित होकर उक्त जमीन पर रास्ता दिखा कर आमजनों को अवागमन में परेशानी होने का हवाला देकर अतिक्रमण चला दिया, जबकि वहां कोई रास्ता ही नहीं है,न ही आमजनों को कोई समस्या है नहीं तो यह रास्ता में सड़क से मिलता है नहीं तो गांव जाने के लिए भी रास्ता नहीं है अमीन और कर्मचारियों के झूठी रिपोर्ट में तीन विधवा महिला के घर पर चला प्रशासन का बुलडोजर पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण हर तरफ है प्राइवेट संपत्ति बीच में कहां से आया बिहार सरकार पीड़ित पक्ष के लोगो ने बताया कि हम लोगों को जमीन खाली कराने के लिए मुझे किसी भी प्रकार के कोई जानकारियां नोटिस नहीं किया गया हम लोग घर में नहीं थे इसके बावजूद भी घऱ को तोड़ दिया गया घर में था ताला बंद और घऱ में रखे सारे सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया गया आखिर एक अधिकारी गरीब वेवस महिला के साथ इतना बड़ा अन्याय कैसे कर सकता है जबकि मामला कोर्ट में विचार धिन है वहां मौजूद कई लोगों ग्रामीणों ने प्रशासन से निवेदन किया कि इस अतिक्रमण से किसी को कोई परेशानी तो नहीं दिख रही है तो मौजूद अधिकारियों ने किसी की एक भी ना सुनी मेरे साथ जो किया गया है, वह गैरकानूनी है, महिला ने कहा किसके विरुद्ध वे कानून का सहारा लेंगे अगर मुझे समुचित न्याय नहीं मिलेगा तो अंचल कार्यालय के सामने ही आत्महत्या कर लेंगे इस अतिक्रमण में सन्हौला थानाध्यक्ष चंदन कुमार साशस्त्र पुलिस बल के साथ प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी विकास कुमार, राजश्व कर्मचारी मुकेश कुमार, अंचल अमीन खुशबू कुमारी सहित दंगा नियंत्रण पुलिस बल मौजूद थे