रिपोर्टर — राजीव कुमार झा!
बिहार के उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, मधुबनी जिले के सिजौल स्थित संदीप विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) से मान्यता प्राप्त कर ली है। इस तरह यह बिहार का पहला निजी विश्वविद्यालय बन गया है। जिसे NAAC का एक्रिडेशन प्राप्त हुआ है। यह मान्यता मिथिला क्षेत्र की शिक्षा के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. संदीप झा ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण मिथिला और बिहार के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि NAAC की तीन दिवसीय विशेषज्ञ टीम द्वारा गहन मूल्यांकन के बाद यह मान्यता प्राप्त हुई है, जो विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है।
डॉ. झा ने कहा कि विश्वविद्यालय ने पारंपरिक और व्यवहारिक शिक्षा को जोड़कर रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता दी है। प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर विज्ञान, शिक्षा, कृषि विज्ञान और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता के साथ आधुनिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। साथ ही, विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ समझौते कर विद्यार्थियों को 100% प्लेसमेंट सहायता भी दी जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) समीर कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. नौशेरवां रौनक, शिक्षकगण और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों से यह संभव हो पाया है। संदीप विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि बिहार में निजी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और भरोसे की नई शुरुआत मानी जा रही है।
डॉ. झा ने अपने संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि उनका मिशन मिथिला सहित पूरे बिहार के युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाकर उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। उनकी दूरदर्शी सोच और छात्रों की क्षमता पर विश्वास, आने वाले समय में बिहार की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।