रिपोर्टर — राजीव कुमार झा
पुलिस की साख पर फिर एक बार लगा धब्बा, सोशल मीडिया पर वीडियो देख भड़के लोग
एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी एसआई को किया निलंबित
पहले भी थाना में पदस्थापित कई अफसर होते रहे हैं निलंबन और शिकायतों के घेरे में
एक बार फिर मधुबनी जिला के हरलाखी थाना पुलिस पर भ्रष्टाचार से संबंधित वीडियो बायलर होने से पुलिस महकमे मे सनसनी मचा कर रख दिया है। सोमवार सुबह से सोशल मीडिया पर एक वीडियो लगातार वायरल हो रहा है। जिसमें हरलाखी थाना में पदस्थापित पुलिस उप निरीक्षक अरुण कुमार सिंह को एक महिला से रुपये लेते हुए वर्दी में साफ साफ देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि यह पैसा एक केस में “सहयोग” करने के नाम पर लिए जा रहे थे। वही पुलिस द्वारा लिए जा रहे रिश्वत से संबंधित वीडियो घर के अंदर छिपे कैमरे मे रिकॉर्ड किया गया प्रतीत होता है। पुलिस की छवि को बट्टा लगाने वाले इस दृश्य ने पूरे मधुबनी जिले में हलचल मचा कर रख दी है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक मधुबनी ने इसे गंभीरता से लेते हुए अरुण कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
आरक्षी अधीक्षक कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि यह आचरण केवल सेवा शर्तों का उल्लंघन नहीं, बल्कि पुलिस विभाग की साख पर सीधा प्रहार है। निलंबन के दौरान पुलिस अवर निरीक्षक को पुलिस केंद्र, मधुबनी से संबद्ध किया गया है। साथ ही उन्हें पांच दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है। इस मामले की जांच का जिम्मा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेनीपट्टी को सौंपा गया है, जिन्हें सात दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।
हरलाखी थाना में भ्रष्टाचार के पहले भी रहे हैं अनेक मामले
यह कोई पहला मामला नहीं है जब हरलाखी थाना भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा हो। बीते दो वर्षों में उक्त थाने से जुड़े अनेक अधिकारी और कर्मचारी शिकायतों, वीडियो वायरल और विभागीय जांच के दायरे में आ चुके हैं। एएसआई मनोज राम को रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने वह पत्रकार के साथ बदतमीजी करने के आरोप में निलंबित किया गया था। एसआई ध्यानी पासवान का एक युवक को थप्पड़ मारते वीडियो सामने आया, जिसके बाद निलंबन हुआ। थानाध्यक्ष जितेंद्र सहनी को तस्करों से मिलीभगत के आरोप में हटा दिया गया। चौकीदार अजय कुमार, जो थाना में मुंशी का कार्य कर रहे थे, पर सनहा दर्ज करने के बदले घूस मांगने का आरोप सामने आया। इस मामले में भी वीडियो वायरल होते ही निलंबन का कार्बाई किया गया।
एएसआई प्रमोद कुमार का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अपने आप को बचने के लिए हरलाखी प्रखंड के एक पत्रकार हरि शम्भू को भी गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मामला जैसी ही उच्च अधिकारियों तक पहुंचा फिर कार्रवाई शुरू हो गई। वायरल वीडियो में एएसआई अपने सरकारी आवास पर एक केश के सिलसिले में राशि ले रहे थे। जब यह वीडियो डीजीपी के कार्यालय तक पहुंचा, तब पूरी व्यवस्था हिल गई। डीजीपी ने मधुबनी एसपी को निर्देश दिए कि मामले में कठोर कार्रवाई हो। इसके बाद तत्काल प्रभाव से आरोपी एएसआई को निलंबित कर दिया गया और थाने के रिकॉर्ड में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। यह कार्रवाई पुलिस महकमे की गंभीरता और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। स्थानीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के कमलावरपट्टी गांव में रघुवीर मंडल और सुदन मंडल में आपसी विवाद है। हरलाखी थाना के पुअनि अरुण कुमार केस में मदद करने के नाम पर रघुवीर मंडल के पुत्रवधू के हाथों से केस में मदद करने के नाम पर रिश्वत ले रही है। रिश्वत के मामले में हरलाखी थाना में तैनात पुअनि अरुण कुमार सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है। बरहाल हरलाखी थाना क्षेत्र में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा कर रख दिया है।