एसी में भी अब रेल यात्रा करना हुआ मुश्किल, ट्रेन के टीटी व जीआरपी पर ही चोरी करवाने का आरोप!

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रिपोर्ट- अरविंद कुमार!

ताजा मामला है समस्तीपुर जिले से प्रकाशित झंझट टाइम्स अखबार के संपादक का,जिनकी मोबाइल फ़ोन चोरी करवाई गई।

समस्तीपुर रेल थाने में मामले को लेकर दिया गया आवेदन ।

नई दिल्ली/समस्तीपुर:यू तो भारतीय रेल में सुरक्षित यात्रा करवाने के दावे किए जाते रहे हैं, वो भी खासतौर से ऐसी बोगी
के । लेकिन अब थ्री ऐसी में भी यात्रा सुरक्षित नही रहा। ताजा मामला है समस्तीपुर निवासी आरके राय का जो समस्तीपुर से प्रकशित झंझट टाइम्स अखबार के संपादक भी है। हुआ यूं कि
बिहार संपर्क सुपरफास्ट एक्सप्रेस में कोच संख्या B1 के बर्थ संख्या 28 पर में आरके राय व उनकी पत्नी एक साथ एम्स नई दिल्ली से इलाज करा कर वापस लौट रहे थे ,इस बीच रात्रि करीब 1:30 बजे वो बाथरूम को गए,और वापस लौटने पर जब उन्होंने अपने मोबाइल की तरफ देखा तो सत्र रह गए, वहां सिर्फ चार्ज लटका था फोन गायब हो चुका था। आरके राय का कहना हुआ की
मेरे बर्थ के ऊपर 29 नंबर बर्थ पर दो यात्री थे जिसमें एक लड़का और एक लड़की दोनों भाई-बहन थे । जब उन्होंने मोबाइल खोजना शुरू किया तो उन्होंने देखा कि बर्थ संख्या 29 से वह लड़की गायब थी और लड़का चादर ओढ़ कर सोया हुआ था। आरके राय कार्यरत टीo टीo ईo को इसकी जानकारी 2:30 बजे दी इससे पहले बर्थ के आसपास खोजबीन की लेकिन मोबाइल नहीं मिला तभी कार्यरत टीo टीo ईo को उन्होंने कहा स्कॉट को सूचना दे दीजिए तो उन्होंने कहां की ठीक है मैं देखता हूं दूसरे बोगी में होंगे, लेकिन वो नहीं गए खोजने और बात में उलझाए रखें। वहीं जब उनके बेटे के द्वारा 139 पर शिकायत दर्ज करवाया तब जाकर लखनऊ से छपरा तक कार्यरत टीo टीo ईo रेल सुरक्षा बल स्पेशल आरक्षी शंभू प्रसाद और जितेंद्र कुमार आते ही घोष देना शुरू किया की टिकट कंफर्म नहीं है। जबकि हकीकत कुछ ओर थी उनकी टिकट कन्फर्म थी। वही पीड़ित व्यक्ति आरके राय ने कहा कि
मेरा विश्वास और दावा है कि कार्यरत टीo टीo ईo और रेल सुरक्षा बल स्पेशल आरक्षी के जवानों ने अपनी अपनी सक्रियता दिखाई होती तो मेरा मोबाइल मिल जाता। नई दिल्ली से कार्यरत टीo टीo ईo और सुरक्षा कर्मी का AC lll के B1 मे अवैध टिकट धारी लोगों से नाजायज रूप से यात्रा करने के कारण ही मेरा मोबाइल चोरी हुई है। क्योंकि मैंने कहा था कि इन दोनों ने ही मेरा फोन लिया है तब उन्होंने मुझसे गलत तरीके से बात किया और दोनों चले गए ।
चोरी की गई मोबाइल जो की मोटोरोला कंपनी की था जिसका IMEI/serial no 357807 167747614 ये है । सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि पीड़ित के आरोप सही होते हैं तो आखिर वो चार लोग कौन थे जिन्हें टीटी के द्वारा गलत तरीके से B1 में बर्थ उपलब्ध कराया गया। आखिर क्यों नही टीटी व जिआरपी ने रुचि दिखाई ,आखिर क्यों पीड़ित को ही धमकाया गया। बरहाल जो भी हो भारतीय रेल के कारनामे इन दिनों काफी मशहूर चल रही। अब देखना यह है समस्तीपुर रेल थाने द्वारा आखिर क्या कारवाई की जाती है। बरहाल जो भी हो अखबार के संपादक के साथ ये हादसा होना, कहीं ना कहीं ये टीटी व जीआरपी पुलिस को कटघरे में खड़ा जरूर करती है, हालांकि उक्त बातों को लेकर अखबार किसी बात की पुष्टि नहीं करता है ,ये तो जांच का विषय है ।

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