बक्सर से धीरज कुमार की रिपोर्ट
बक्सर के नगर थाने में अपनी समस्या को लेकर महात्मा गांधी के स्वरूप जैसा हु ब हू दिखने वाला एक व्यक्ति जब थाने पहुंचा तो थाने के सारे सदस्य थोडी देर के लिए हैरान हो गए लेकिन बाद सब लोग मिलकर उनका थाने में स्वागत किया महात्मा गांधी जैसा दिखने वाला व्यक्ति गुप्तेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि पहले हम पीपरपाती रोड में किसी किराए के मकान में रहते थे उसके बाद वह नगर के शांति नगर मोहल्ले में रहने लगे और मंदिर के आगे प्रसाद बेचने का काम करते हैं वह आज भी महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं और उनके बताए हुए मार्गों पर चलते हैं उनका कहना है महात्मा गांधी की तस्वीर हो चाहे मूर्ति आज के परिवेश में सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है चौक चौराहों पर महापुरुषों की मूर्ति जरूर लगती है लेकिन कद्र नहीं होता और साथ ही साथ यह भी कहा कि हम अपने माध्यम से महात्मा गांधी के विचारों को लोगों तक पहुंचाने का भी काम करते हैं इस एवज में प्रशासन ने सम्मान और पुरस्कार तो जरूर दिया लेकिन अनुदान नहीं दिया आज हम दाने-दाने के मुहताज है!
बाईट- गुप्तेश्वर प्रसाद वर्मा गांधी जी के हमशक्ल