रिपोर्ट- अमित कुमार!
एंकर: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान आज कांग्रेस विधायकों ने बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) अभ्यर्थियों की मांगों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया। विधायकों ने हाथों में “BPSC के छात्रों को न्याय दो” जैसे पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की।
रिपोर्ट:
कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी हुई है, जिसके कारण अभ्यर्थी री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अभ्यर्थियों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इससे पहले भी कांग्रेस और वामपंथी दलों के विधायकों ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में विधानसभा से राजभवन तक मार्च किया था, जिसमें उन्होंने सरकार से छात्रों के लिए न्याय की मांग की थी।
विधानसभा में हंगामा:
प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने नारे लगाए – “BPSC अभ्यर्थियों को न्याय दो, सरकार जवाब दो!”
सरकार से मांग की गई कि परीक्षा में हुई गड़बड़ी की निष्पक्ष जांच कराई जाए और जरूरत पड़े तो री-एग्जाम कराया जाए।
विरोधी दलों ने सरकार को घेरते हुए कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
क्या है सरकार का पक्ष?
सरकार की ओर से अब तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है, लेकिन विपक्ष ने साफ कर दिया है कि जब तक BPSC अभ्यर्थियों को न्याय नहीं मिलता, वे सदन के भीतर और बाहर इस मुद्दे को उठाते रहेंगे।