25 वां अंग नाट्य यज्ञ के दूसरे दिन श्रीलंका से आई नाट्य मंडली ने बांधा शमा

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रिपोर्ट- सुमित कुमार!

– 25 वां अंग नाट्य यज्ञ के दूसरे दिन श्रीलंका से आई नाट्य मंडली ने मुंगेर के बरियारपुर में शमा बांध दिया । इसके साथ नेपाल और देश के कई राज्यों के कलाकारों ने भी अपनी कला और नृत्य से लोगों का खूब मनोरंजन किया ।
मुंगेर के बरियारपुर में अंग नाट्य यज्ञ मंच अपनी 25 वां रजत जयंती मना रहा है । और इस जयंती को यादगार बनाने के लिए विदेशों से भी नाट्य मंडली को परफोर्म के लिए इस बार मुंगेर बुलाया गया है । इसी क्रम में महोत्सव के दूसरे दिन श्रीलंका से आए कलाकारों ने अपनी नाट्य प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया । तो नेपाल से आए कलाकारों में दर्शकों को मंत्र मुग्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ा । संस्कार भारती नाट्य केंद्र आगरा के द्वारा विभा रानी लिखित एवं मनु शर्मा निर्देशित लघु नाटक आओ तनिक प्रेम करें का मंचन किया गया कलाकारों ने अपने अभिनय के द्वारा अपने करेक्टर को जीवंत कर दिया था इसके अलावा भी कई लघु नाटकों का मंचन किया गया जो दर्शकों को प्रिय लगा लघु नाटकों के बीच कई लोक नृत्य की अन्य राज्यों से आए टीमों के द्वारा प्रस्तुत की गई कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी रंगकर्मी उपस्थित थे ।

अंग नाट्य के संयोजक अभय कुमार ने बताया की अंग नाट्य 2025 का इस वर्ष रजत जयंती मना रही है। इस नाट्य में देश के 12 राज्यों से तीन सौ कलाकार एवं तीन देशो के एक सौ कलाकार भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे,इस बार समय और जगह नहीं रहने के कारण बिहार के कलाकारों को जगह नहीं मिल पाया है उन्होंने कहा तीन दिवसीय अंग नाट्य में 14 नाटकों का प्रदर्शन होगा जिसमे दस टीम लोक नृत्य करेंगी इसके साथ नुक्क्ड़ नाटक लघु नाटक आदि का भी कायर्क्रम किया जायेगा ,इस बार 16 फरबरी को सभी राज्यों से आये कलाकर द्वारा रंग जुलुस कार्यक्रम किया जायेगा।

इस अंग नाट्य में झारखंड से आये कलाकार आयुषी भद्रा ने कहा की हम लोग नाट्यालय रांची दल से जिसमे 14 कलाकार मिलकर नाट्य प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे है। उन्होंने कहा इस अंग नाट्य में नाटक के साथ -साथ लोक नृत्य ,लोक गीत,रंग जुलूस सहित कार्यक्रम है।इस नाट्य में हमलोगो का प्रदर्शन कलाकारों पर हो रहे अत्याचार को व्यंग्ता तरीके से नाटक के माध्यम से लोगो को दिखाएंगे , उड़ीसा और पशिचम बंगाल से आये कलाकरो ने बताया की की बरियारपुर में प्रत्येक वर्ष होने वाले अंग नाट्य में आते है यंहाआकर मुझे अच्छा लगता है।

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