रिपोर्ट -पुरूषोतम कुमार
-नवजात की नहीं हुई पहचान, नवजात को फेंकने वालों का भी नहीं चल सका कुछ पता
-पुलिस ने नवजात के शव का कराया पोस्टमार्टम, सीसीटीवी भी खंगाला
जमुई: सदर अस्पताल में मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां बुधवार की सुबह उस वक्त अफरा- तफरी का माहौल बन गया जब सफाई कर्मी सफाई कार्य करने शौचालय में गए और मृत अवस्था में फेंका हुआ नवजात को देखा। इसकी खबर बिजली की तरह पूरे सदर अस्पताल में फैल गई। पूरे सफाई कर्मियों के साथ स्वास्थ्य कर्मी व मरीज के साथ आए परिजन की भीड़ उमड़ पड़ी। नवजात को देखने के लिए लोग इकट्ठा हो गए। हालांकि इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी गई फिर आनन- फानन में नवजात को निकाल कर उसके शव को सुरक्षित रखा गया और घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस के द्वारा पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। नवजात की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। नवजात को किसने और कब फेंका है इसका फिलहाल पता नहीं चल सका है। शौचालय में नवजात को फेंकते हुए किसी ने नहीं देखा है। स्वास्थ्य प्रबंधक इस पूरे मामले की जांच पडताल में जुटे हुए हुए हैं।
कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
स्वास्थ्य प्रबंधक रमेश कुमार पांडे ने बताया कि सदर अस्पताल के एसएनसीयू कक्ष, प्रसव कक्ष से जानकारी ली गई है, यहां जितने भी बच्चे भर्ती हुए या जिसका भी प्रसव हुआ सभी बच्चे जीवित है। किसी की मृत्यु नहीं हुई है। उन्होंने बाहर से नवजात को लाकर शौचालय में फेंकने की संभावना जताई है।उन्होंने बताया कि नावजात को किसने फेंका है इसका पता लगाया जा रहा है। नवजात का पोस्टमार्टम कराय गया है।
कोट
नवजात को शौचालय में फेंकने की जानकारी मिली है। नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। सीसीटीवी की भी जांच की गई है। फिलहाल नवजात को किसने फेंका है इसका पता नहीं चल सका है। किसी प्रकार का आवेदन भी नहीं दिया गया है। आवेदन देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अरुण कुमार, टाउन थानाध्यक्ष जमुई