रिपोर्ट- अमित कुमार!
पटना के कंकड़बाग में विजयादशमी के अवसर पर बंगाली समाज की महिलाओं ने मां दुर्गा की विदाई को पारंपरिक सिंदूर खेला के साथ धूमधाम से मनाया। यह रस्म बंगाली समुदाय के बीच विशेष मानी जाती है, जहां महिलाएं मां दुर्गा की मांग भरने की प्रतीकात्मक विदाई करती हैं और एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उत्सव का आनंद लेती हैं।
पटना के कंकड़बाग में विजयादशमी के दिन बंगाली समाज की महिलाओं ने पारंपरिक सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा की विदाई धूमधाम से की। इस मौके पर महिलाएं मां दुर्गा की मांग सिंदूर से भरकर उन्हें मायके से ससुराल विदा करती हैं। फिर उसी सिंदूर को एक-दूसरे के गालों पर लगाते हुए नृत्य और गीतों के साथ उत्सव मनाया गया।
यह आयोजन राजधानी के कई पूजा पंडालों में देखने को मिला, जहां बंगाली समुदाय ने मां को विदाई दी। कंकड़बाग में महिलाओं ने खासतौर पर पारंपरिक नृत्य और सिंदूर खेला के जरिए मां की विदाई की रस्म को पूरा किया।
इस अवसर पर सोमा और रिया जैसी बंगाली महिलाएं अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहती हैं कि यह दिन उनके लिए खास होता है, क्योंकि सिंदूर खेला के माध्यम से वे मां को ससुराल विदा करती हैं और उनके आशीर्वाद के साथ अपनी खुशहाली की कामना करती हैं।
सोमा: “हम हर साल इस दिन का इंतजार करते हैं। सिंदूर खेला हमारे लिए मां दुर्गा के साथ एक खास संबंध को और मजबूत करता है।”
रिया: “मां की विदाई के साथ यह हमारी संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है, जिसे हम पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।”