पंकज कुमार जहानाबाद ।
शारदीय नवरात्र (दुर्गा पूजन समारोह) एवम् विजयदशमी पर्व के अवसर पर पुलिस अधीक्षक , अरविंद प्रताप सिंह के द्वारा विधि व्यवस्था संधारण हेतु बैठक का आयोजन किया गया एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
सर्वप्रथम अनुमंडल पदाधिकारी, जहानाबाद के द्वारा प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए अपने ड्यूटी स्थल पर पूरी तत्परता के साथ एवं चौकन्ना रहकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। उनके द्वारा बताया गया की आयोजनों के दौरान noise pollution control rule के मुताबिक 80 डेसीबल फ्रीक्वेंसी के ऊपर किसी भी ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग निषेध होगा एवं इसे तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के द्वारा विसर्जन जुलूस के समय जब तक विसर्जन पूर्ण ना हो जाए तब तक स्टेटिक मजिस्ट्रेट को पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिसबल के साथ स्थल पर बने रहने एवं जुलूस के साथ चल रहे दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को पूरी तत्परता से जुलूस को गंतव्य स्थल पहुंचने तक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया।
अपर समाहर्ता, ब्रजेश कुमार के द्वारा भी इस दौरान सभी को संबोधित किया गया है। विधि व्यवस्था किसी भी आयोजन के सफल संचालन हेतु अति महत्वपूर्ण बिंदु है ,अतः इसमें कोताही न बरतने एवं ससमय स्थल पर पहुंचने एवं अपने ड्यूटी स्थल को सप्तमी के पूर्व ही जाकर समझ लेने का निर्देश दिया गया।
पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपने संबोधन में इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि किसी भी स्थल पर और किसी के स्तर से भी शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सतर्कता के साथ सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।उनके द्वारा जारी अन्य निर्देशो में, 1)दक्षिणी स्थित मेला स्थल एवं अन्य 142 विशिष्ट बिंदुओं पर जो की विधि व्यवस्था के नजरिए से महत्वपूर्ण है, वहां जिनकी भी प्रतिनियुक्ति की गई है वह तत्पर रहेंगे। परिस्थिति के अनुसार कदम उठाएंगे एवं चौकन्ने रहेंगे।
2) भीड़ को कहीं भी एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया जाए तथा सभी पंडालो एवं मुख्य बिंदुओं पर पेट्रोलिंग वाहन एवं 112 वाहन ,दिन में काम से कम एक बार पेट्रोलिंग करेगी एवं वहां रुक कर स्थिति का जायजा भी लगी। उनके गस्ती के प्रतिवेदन में यह दर्ज भी किया जाए एवं यदि कोई असामान्य गतिविधि या परिस्थिति दृष्टिगोचर होती है तो कार्रवाई करने के साथ-साथ वरीय पदाधिकारी को सूचित भी करेंगे।
3) एस0डी0आर0एफ0 एवं गोताखोरों की टीम को स्टैंड बाई पर रखा जाए एवं ऐसे कुछ अन्य स्थल जहां जल के स्रोत है तथापि वहां गोताखोरों की व्यवस्था नहीं की गई है ना ही एस0डी0आर0एफ0 की टीम के लिए निर्देश जारी किए गए हैं ,उन बिंदुओं को भी शामिल कर लिया जाए ।अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ,इसे सुनिश्चित करेंगे।
4) विसर्जन जुलूस के समय ,ट्रैफिक पुलिस के द्वारा उपयोग में लाई जा रही ब्रेथ एनालाइजर का प्रयोग भी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी करें, जिससे कि असामाजिक तत्व जो नशे की हालत में हुडदंग या विधि व्यवस्था के लिहाज से असामान्य घटना करने की कोशिश करते हैं उन्हें नियंत्रित किया जा सके। ऐसे लोगों से पूरी कड़ाई से निपटा जाए।
5) प्रशासन के द्वारा 10 एवं 11 अक्टूबर को विसर्जन के रास्ते एवं कार्यक्रम स्थलों की ड्रोन के माध्यम से निगरानी कराई जाएगी ,जिससे कि पूरे रूट में संबंधित घरों के छतों पर भी कुछ ऐसे समान ,जिनसे की हमले की आशंका पैदा हो को जब्त किया जा सके एवं ऐसे असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही भी की जाएगी, जो इन चीजों में लिप्त पाए जाएंगे।
6) इस दौरान यातायात डीएसपी के द्वारा ,पुलिस अधीक्षक के निर्देशों के आलोक में यातायात योजना को भी सभी के समक्ष रखा गया एवं यह स्पष्ट कर दिया गया है कि मलहचक जैसे क्षेत्र जहां आयोजन स्थल संकीर्ण है वहां किसी भी तरह के वाहन को लाने, ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी ।सड़क के अन्य मुख्य मार्गों पर भी जो वाहन चलेंगे ,उन्हें जरूरत के हिसाब से प्रतिबंधित किया जाएगा। आउटर रिंग को one way किया जाएगा।
7) दंडाधिकारी एवं उनके साथ संबद्ध पुलिस पदाधिकारी एक साथ बने रहेंगे एवं पल-पल भीड़ की स्थिति पर नजर रखेंगे एवं यदि कहीं भीड़ का दबाव अत्यधिक होता है तो अगले बिंदु पर प्रतिनियुक्ति पदाधिकारी को भी इसकी सूचना देंगे। साथ ही सभी को नियंत्रण कक्ष में आवश्यक जानकारी को पहुंचाने का भी निर्देश दिया गया है।
8) अग्नि सुरक्षा संबंधी निर्देश भी इस दौरान जारी किए गए हैं । जिला अग्निशमन पदाधिकारी,महत्वपूर्ण स्थान पर अग्निशमन वाहन 10 अक्टूबर के पूर्वाह्न से ही तैयार हालत में नियंत्रण कक्ष के पास तथा अरवल मोड़ के पास के नियंत्रण कक्ष में तथा गौरक्षणी मंदिर के पास रखना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही किसी दुर्घटना की स्थिति में वाहनों का आवागमन किस प्रकार होगा इसकी भी कार्य योजना बना लेंगे।
जिला पदाधिकारी , अलंकृता पांडे एवं पुलिस अधीक्षक ,श्री अरविंद प्रताप सिंह के द्वारा विधि व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन हेतु संयुक्त आदेश जारी किया गया है।
अपने आदेशों में प्रशासन यह स्पष्ट कर चुका है कि असामाजिक तत्वों के साथ-साथ सांप्रदायिक समरसता प्रभावित करने वाले तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी एवं यदि इस तरह के किसी भी घटना में किसी की संलिप्तता दृष्टिगोचर होती है तो वैधानिक एवं उचित प्रशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित करने में प्रशासन कोई देरी नहीं करेगा। सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की इस दौरान नजर रहेगी एवं किसी भी तरह के गड़बड़ी करने वाले बकक्षे नहीं जाएंगे।
जिला प्रशासन के द्वारा जिला के सभी वासियों को दुर्गा पूजा एवं विजयदशमी की ढेरों शुभकामनाएं दी गई है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रमाण यह पर्व सामाजिक समरसता का प्रतीक है एवं यह पावन अवसर सभी के लिए मंगलमय हो, यह शुभकामना संदेश भी जिला प्रशासन की ओर से जारी किया गया है।