संवाददाता :- विकास कुमार!
जिला प्रशासन खोला सामुदायिक किचेन। हजारों विस्थापित लोग सामुदायिक किचेन में खा रहे हैं खाना।
सहरसा जिले में प्रलयकारी बाढ़ आने के बाद नवहट्टा प्रखंड और महिषी प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित हो चुकी है ,लोगों के घर घर में पानी घुसा हुआ है,कितने का घर बाढ़ के पानी में समा गया है।बाढ़ पीड़ित लोग हलकान परेसान है।सैकड़ो परिवार कोशी तटबंध पर सरन लिए हुए हैं।और जिला प्रशासन के द्वारा सामुदायिक किचेन खोला गया है उस किचेन में सभी बाढ़ पीड़ित खाना खा रहे हैं।ये मामला नवहट्टा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुरुषोत्तमपुर का है।
वहीं बाढ़ पीड़ित कुणाल कुमार की माने तो हमलोगों के घर में पानी घुसा हुआ है ,मकान तहस नहस हो गया है।हमलोग बांध पर सड़न लिए हुए हैं और सामुदायिक किचेन में हमलोग दो टाइम खाना खा रहे हैं।खाना में भात, दाल,सब्जी दिया जाता है।तकरीबन हजार दो हजार लोग यहाँ प्रत्येक दिन दोनो समय खाता है इस सामुदायिक किचेन में।
वहीं सामुदायिक किचेन की देख रेख कर रहे प्रखंड कल्याण पदाधिकारी की माने तो यहां सुबह से लेकर साम तक लगभग 500/600 लोग खाये थे और रात में तजरीबन 1000 बाढ़ पीड़ित लोग खाना खाएं हैं।और हमारे सेंटर पर लगभग 2000 लोगों की खाने का व्यवस्था है सिर्फ इस सेंटर पर।और यहां से हमलोग दो और सेंटर पर खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं गाड़ी के द्वारा।वैसे जगह पहुंचाया जा रहा है खाना जहां सामुदायिक किचेन की व्यवस्था नहीं है वहाँ अभी भी पानी है।उन्होंने ये भी बताया की इस सेंटर पर तकरीबन 2000 लोगों की खाने की व्यवस्था है।
BYTE :- बाढ़ पीड़ित कुणाल कुमार।
BYTE :- प्रखंड कल्याण पदाधिकारी।