निभाष मोदी, भागलपुर

एनएच 80 और विक्रमशिला खुदाई स्थल की स्थिति को लेकर वर्तमान सरकार को सुनाई खरी खोटी!
द प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्षा पुष्पम प्रिया चौधरी अपने बलबूते एक अलग पहचान बनाई है, राजनीतिक सरगर्मी तेज करने को लेकर वह आए दिन कई मुद्दों को उठाते रहती है ,इसी क्रम में उनका आज तीन दिवसीय भागलपुर दौरा चालू हो गया है बताते चलें आज द प्लूरल्स पार्टी अधियक्षा, चर्चित नेत्री पुष्पम प्रिया चौधरी के तीन दिवसीय भागलपुर के दौरे में आज वह कहलगांव एवम पिरपैंती क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया एवं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों से मिली, साथ ही एनएच 80 की जो विडंबना है उसे देखकर वह स्तब्ध हो गई और इस पर भी जल्द से जल्द वर्तमान सरकार के संज्ञान में देकर उनसे बात कर काम कराने की बात कही , फिर वह अंग जनपद की सबसे पौराणिक धरोहर विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे मुद्दे को जो काफी जोर-शोर से उठाते हुए दिखी । वास्तव में उनका कहना यह है की आखिर कब तक बिहार के नेता नकली नेता बन कर घूमते रहेंगे ।कब तक यहां का नेता यहां की भोली भाली जनता को कष्ट देती रहेगी और अपना उल्लू सीधा करते रहेगी।
बाढ़ की स्थिति देख पुष्पम प्रिया चौधरी वर्तमान सरकार को खूब कोसते दिखी, उनका कहना हुआ
बाढ़ सरकारी अभिशाप है बिहार सरकार ने इसे प्राकृतिक आपदा बना दिया है पर यह सरकारजनित आपदा है. यह सरकारी लूट का अवसर है जिसे सरकार उत्सव के रूप में मनाती है. सरकार औऱ नक़ली नेता सिर्फ वोट मांगने आते हैं उसके बाद पांच साल के लिए गायब हो जाते हैं. सरकारों का यही काम होता है कि लोगों की मदद करे, उनकी समस्याओं को दूर करे. परंतु नक़ली नेताओं को यह फुर्सत नहीं होती है कि जिन्होंने उनको जन प्रतिनिधि बनाया उनका क्या हाल है औऱ वो किस हालात में रह रहे हैं. बाढ़ औऱ कटाव प्रभावित क्षेत्रों में सरकार कहीं नहीं दिखाई देती. यह बात आज प्लुरल्स पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने पीरपैंती विधानसभा के कहलगांव प्रखंड के रानीपुर दियारा पंचायत में किशनदासपुर और पीरपैंती प्रखंड के रानीपुर दियारा के ग्राम पंचायत के टपूआ ग्राम में बाढ़ से प्रभावित होकर विस्थपित लोगों से मुलाकात कर रहीं थी. गंगा नदी के कटाव ने जिनका घर समाहित कर लिया वो लोग किशनदास में रेलवे लाइन पर शरणागत थे. विस्थापितों से मुलाक़ात कर उनके समस्याओं को सुना. गंगा नदी का पानी टपुआ ग्राम में लोगों के घरों में प्रवेश कर गया है. उन्होंने बताया कि 2012 से कटाव जारी है, लगभग दो किलोमीटर तक गावों की जमीन गंगा नदी में चली गई परंतु सरकार से कोई भी सुविधा और मुआवजा नहीं मिली. इस क्षेत्र में 7000 लोगों की आबादी इससे प्रभावित हुई है.
गंगा कटाव विरोधी संघर्ष समिति के गौरीशंकर विद्यार्थी और सुनील सौरभ ने कहा कि सरकार विस्थापित के पुनर्वास की कोई ठोस पहल नहीं करती है. उन्होंने प्लुरल्स की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी से अपील की कि वह हमारी आवाज सरकार तक पहुंचाये. सामूहिक रसोई प्रारंभ करने और पशुचारा हेतु व्यवस्था की बात की.
पुष्पम प्रिया चौधरी भागलपुर के बाढ़ और कटाव से प्रभावित क्षेत्रों के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन पीरपैंती विधानसभा के अलग अलग प्रखंडों में दौरा कर रही थी. इसके बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि कहा कि बाढ़ और कटाव क्षेत्रों में लोगों को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है और सरकार हवा – हवाई सर्वेक्षण करके अपना काम खत्म समझ लेती है. सरकार को यह देखना होगा कि लोग जमीन पर कैसी विकट परिस्थितियों में रह रहे हैं.
भागलपुर के बाढ़ – कटाव के इस तीन दिवसीय दौरे में राष्ट्रीय महासचिव अनुपम सुमन, प्रेस सचिव मुकेश कुमार, प्रमंडल प्रभारी काशी कांत, जिलाध्यक्ष डॉक्टर संध्या यादव, जिला सचिव निधि भूषण, सुनील सौरभ औऱ गौरीशंकर विद्यार्थी, सोमनाथ चौधरी, व्योम यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे.