रिपोर्ट- संतोष तिवारी!
आज सेंट्रल जेल में दी गयी अमर शहीदों को सलामी
मुजफ्फरपुर
शहीद खुदीराम बोस के शहीद दिवस पर समारोह के लिए सेंट्रल जेल को रंगीन बल्बों से सजाया गया अहले सुबह उनके फांसी स्थल पर सेंट्रल जेल में सलामी दी गयी। शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल के रिकॉर्ड के अनुसार फांसी से पहले खुदीराम बोस ने ‘एक बार विदाई दे मां घुरे आसी। हांसी हांसी परबो फांसी देखवे जोगोत वासी’ गाया था। उनके इस गीत को सुनकर बंदियों का आभास हो गया कि खुदीराम बोस को फांसी के लिए ले जाया जा रहा है। इसके बाद सारे बंदी वंदे मातरम का नारा लगाने लगे थे। जेल में शहीद खुदीराम बोस को जिस सेल में बंद किया गया था । वहां से फांसी स्थल करीब 200 मीटर की दूरी पर है। बीच में बंदियों के बैरक हैं। जेल में 3.50 बजे फांसी स्थल पर शहीद खुदीराम बोस को सलामी पेश की गयी। डीएम, एसएसपी, सिटी एसपी, नगर एएसपी, जेल अधीक्षक, मिठनपुरा थानेदार व अन्य तमाम अधिकारी इस समारोह में शामिल रहे ।
बाइट :- सुब्रोत कुमार सेन जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर