:- रवि शंकर अमित!
आदित्य प्रकरण में दागी तत्कालीन डी जी पी एस के सिंघल को सरकार ने सेबानिवृत के बाद बनाया सिपाही भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष, वहां भी हुआ पेपर लीक,
लखीसराय नरसंहार के विरुद्ध 30.11.2023 को प्रस्तावित महाधरना की अनुमति देने के बाद दबाव में अनुमति किया गया रद्द,
प्रशासनिक अराजकता चरम पर रहने के कारण राज्य के लोग तबाह ,अपराधियों के गोली से मरने वालों को मिले मुआबजा।
पटना,28 नवम्बर 2023
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा ने आदित्य कुमार आई पी एस को माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा 15 दिन के अंदर सरेंडर करने के निदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि 13 माह पूर्व एफ आई आर के वावजूद राज्य सरकार को उनके गतिविधियों औऱ लोकेशन की कोई जानकारी नहीं है।बिहार सरकार की वदहाल कार्यप्रणाली औऱ प्रशासनिक अक्षमता का यह अनूठा नमूना है।
श्री सिन्हा ने कहा कि आदित्य-अभिषेक कांड में चर्चित तत्कालीन डी जी पी एस के सिंघल की नियमानुसार जाँच होनी चाहिए थी।परन्तु सरकार ने उनपर कार्रवाई करने के वजाय सेवा निवृत्ति के वाद उनको सिपाही भर्ती के लिए जिम्मेवार केंद्रीय चयन पर्षद का अध्यक्ष वना दिया।सिपाही परीक्षा में पेपर लीक के कारण परीक्षा रदद् होना औऱ श्री सिंघल के द्वारा शुरू से कहना कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है, इनकी ईमानदारी औऱ कर्तव्य निष्ठा संदेह के घेरे में आता है।ये सरकार के चहेते अधिकारी रहे हैं औऱ चर्चा है कि सरकार के अबैध एजेंडा को अमलीजामा पहनाने में लगे रहते हैं।सरकार को सिंघल जैसे सेवा निवृत्त अधिकारी को महत्वपूर्ण पदों पर नहीं रखना चाहिए।।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर रहने के कारण राज्य के लोग तबाह हो गए हैं।लखीसराय में नरसंहार को प्रशासन द्वारा पहले प्रेम प्रसंग का रूप दिया गया।पर परिवार वालों के द्वारा उनके जमीन औऱ घर हथियाने की बात के कारण घटना होने के बारे में लगातार आवाज़ उठाते रहने पर पुलिस खानापूरी कर रही है।स्थानीय विधायक होने के कारण मैंने औऱ मेरे दल ने शुरू से हत्यारे एवम उन्हें भगाने में शामिल लोगो की गिरफ्तारी की मांग की है। इसी प्रकरण में 30 नवम्बर 2023 को लखीसराय में आयोजित महाधरना को प्रशासन ने पहले अनुमति दी परन्तु दबाब में अनुमति रद्द कर दिया गया।पुलिस अभी भी मामले की लीपापोती में लगी हुई है।
श्री सिन्हा ने कहा कि अभी तक पीड़ित परिवार को मुआबजा नहीं दिया गया है।सरकार अपराधियों के गोली से मरने बालों के लिए मुआवजा का प्राबधान करें।पूर्व में इसी प्रकार की घटना में लखीसराय में मुआवजा दिया गया।इतना ही नहीं लालू जी की विशेष कृपा के कारण उस समय सरकारी नौकरी भी दी गई थी।जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पीड़ित परिवार से मिले थे।उन्हें भी परिवार द्वारा जमीन हड़पने के उद्देश्य से हत्या की बात बताई गई।उन्होंने भी परिवार को मुआवजा औऱ न्याय दिलाने की बात कही थी।पर अभी तक न तो मुआबजा मिला न ही हत्यारे औऱ उनके सहयोगी गिरफ्तार किये गए है।सरकार शीघ्र कार्रवाई कर मुआबजा दे औऱ गिरफ्तारी हो।