शंखनाद डेस्क बिहार

कोरोना की रफ्तार भले ही देश दुनिया में धीमी पड़ गई हो लेकिन बिचोलियों की रफ्तार देखनी हो तो आइए बांका जिला के रजौन प्रखंड जहां अब बिचौलिए की नजर आपदा से मिलने वाली राशि पर भी है। दरअसल सरकार कोरोना से काल कविलित हुए लोगों को चार लाख मुआवजा के रूप में दे रही है। पूरे प्रखंड में इन दिनों बिचोलिया इस कदर सक्रिय है। जिसमें वार्ड से लेकर मुखिया जी तक अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं। कोरोना से अपने परिजनों को खो चुके प्रखंड के 4 लाभुकों ने बताया कि सबसे पहले उनके घर पर वार्ड ने पहुंचकर उनके राशन कार्ड और आधार कार्ड के फोटो स्टेट ले लिया और सहानुभूति के साथ बैठे-बिठाए कमीशन जनता को एहसान अलग मनबाएंगे नेताजी और यही कारण है कि कल तक कोरोना कालखंड में विलीन अपने तारणहार कृपा निधान अचानक प्रकट होने लगे, और अचानक प्रखंड में कृपा निधानो कि एकाएक फिर भीड लगने लगी। नाम ना छापने की शर्त पर 2 लाभुक बताते हैं कि ई सब कमीशन का चक्कर है भैया हम गरीब लोगों को क्यों फसा रहे हैं जितना मिला उसी में खुश हैं।
हालांकि इनकी मन को टटोलते हुए जब हमने यानी शंखनाद इनसे सवाल पूछा तो इनकी मायूस आंखें और खामोश चेहरा खामोशी और आंखों में दर्द खुद बहुत कुछ जवाब दे गया। खैर मामला जो भी हो यह तो तय है कि बिचोलीयो की नजर अब इस विपदा की घड़ी में आपदा की लूट पर भी लगी हुई है।
क्या कहते हैं अंचलाधिकारी
अगर ऐसा कोई मामला है तो स्वयं आकर लाभार्थी मुझसे मिले जांचोउपरांत सभी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा।




