पंकज कुमार ठाकुर कार्यकारी संपादक!
लखनऊ से दिल्ली तक सियासी हलचल, 1 दिन पूर्व भी कांग्रेस के जतिन प्रसाद भाजपा में हुए हैं शामिल!
12% है उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों का वोट, जतिन को ब्राह्मणों का बड़ा चेहरा माना जाता है!
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के साथ क्या उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति भी बनने लगी है। ऐसे कई सवाल हैं आखिर योगी आदित्यनाथ क्यों अचानक दिल्ली पहुंच गए जबकि 1 दिन पूर्व ही कांग्रेस के जितिन प्रसाद भाजपा में आए हैं। दरअसल आप उत्तर प्रदेश पर गौर करें तो 12% यहां ब्राह्मणों हैं और वह कई विधानसभा के दिशा और दशा तय करते हैं इसका सीधा उदाहरण है राजनाथ सिंह ने रीता बहुगुणा को हरा दिया थाऔर जितिन प्रसाद ब्राह्मणों के बड़े चेहरे माने जाते हैं। दिनेश शर्मा को उत्तर प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाए जाना उसके बाद जितिन प्रसाद को साधकर भाजपा में लाना बहुत कुछ इशारों इशारों में बयां हो रहा है। अभी निवर्तमान यूपी विधानसभा में 58 ब्राह्मण विधायक है जिनमें नौ को मंत्री भी बना दिया गया। तो ब्राह्मणों का दूसरा खेमा नाराज चल रहा था तो क्या जितिन प्रसाद को लाकर उसे साधने की पूरी कोशिश की जा रही है। अब नजर आज होने वाली प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ के मुलाकात पर डालें तो इसके बाद योगी नड्डा से भी मिलेंगे जबकि कल शाम में उन्होंने गिरी मंत्री से मुलाकात की तो क्या आने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए बीजारोपण शुरू हो चुका है।
क्या योगी का प्लान अचानक बना, क्या यह महज संयोग है, जो बीजेपी को जो जानते हैं उनका मानना है कि योगी आदित्यनाथ जब गृह मंत्री अमित शाह के घर पर पहुंचे तो अनुप्रिया पटेल भी पहुंची। तो क्या भाजपा के सोच समझ कर तैयार किया गया यह रणनीति है। क्या योगी आदित्यनाथ को केंद्रीय नेतृत्व ने बुलाया है या फिर वह अचानक दिल्ली पहुंचे। खैर मामला जो भी हो 2 दिन के योगी का दौरा चर्चाओं का बाजार पूरी दिल्ली से लखनऊ तक गर्म रहने वाला है।