भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा करोड़ों का पुल, ग्रामीणों में भारी आक्रोश!

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ऋषिकेश की रिपोर्ट :-

नालंदा जिले के बहादुरगंज स्थित गिरियक और कतरीसराय प्रखंड को जोड़ने वाला पुल जर्जर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। आपको बता दें कि गिरियक और कतरीसराय प्रखंड को जोड़ने वाला यह पुल सकरी नदी के ऊपर बना है। जिसकी कुल लागत लगभग 7 करोड़ 55 लाख रुपए है। गौरतलब है कि इस पुल का शिलान्यास 2016 में किया गया जबकि इसकी निर्माण कार्य को पूरा 2019 में किया गया। इस पुल का निर्माण कार्य राजगीर आरडब्ल्यूडी टू विभाग के द्वारा किया गया है। 2019 में इस पुल के उद्घाटन के महज 4 सालों में ही चार नंबर पिलर के नीचे पूरी तरह से दरार आ गया है या फिर यूं कहें कि चार नंबर पिलर के नीचे का पूरा हिस्सा ही जमीन को छोड़ चुका है। सिर्फ लोहे की रॉड के सहारे चार नंबर पिलर का पहिया खड़ा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद कतरीसराय और गिरियक का प्रखंड के ग्रामीणों में इस बात को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल के निर्माण में पूरी तरह से घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। जिसका नतीजा है कि बाढ़ आने से पूर्व ही इस स्कूल के चार नंबर पिलर के नीचे का आधार पूरी तरह से कमजोर हो गया है। आनन-फानन में संवेदक के द्वारा 4 नंबर पिलर को ठीक किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कतरीसराय प्रखंड और गिरियक प्रखंड दोनों बाढ़ प्रभावित क्षेत्र इलाका है। अगर इस बार बाढ़ की स्थिति बनती है तो सकरी नदी के ऊपर बना यह पुल पूरी तरह से ध्वस्त भी हो सकता है और एक बड़ा हादसा होने से भी कोई इंकार नहीं किया जा सकता है।

बाइट।धनंजय कुमार स्थानीय कतरीसराय प्रखण्ड
बाइट।रामसागर सिंह गिरियक प्रखण्ड
बाइट।स्थानीय ग्रामीण

ऋषिकेश संवाददाता नालंदा

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