बीरबन्ना गाँव में आग की चिंगारी ने जला दिया 200 घर , एक युवक सहित कई मवेशी भी मरे!

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रिपोर्ट- निभाष मोदी!

भागलपुर जिला के नारायणपुर वीर बन्ना से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां आग की लपटों ने 200 घरों को राख कर दिया साथ ही एक युवक बीच आग में झुलस गया जिससे उसकी मौत हो गई कई पशु जलकर मर गए देखते ही देखते पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया , यह घटना मंगलवार दोपहर तकरीबन 3:00 से 4:00 की है आग की चिंगारी ने वीरबन्ना गांव के 200 घर को अपने चपेट में ले लिया आज इतना विकराल रूप धारण कर लिया था कि लोगों की हिम्मत नहीं हो रही थी आग बुझाने की।

वही ग्रामीणों का कहना है कि खाना बनाने के दौरान चिंगारी फूस के घर में लगी उसके बाद धीरे-धीरे आग कई घर को अपनी चपेट में ले लिया और आग की लपटें आसमान छूने लगी, पूरे इलाके में दहशत का माहौल हो गया लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया, देखते ही देखते पूरे गांव में चीख पुकार मचने लगी ,पूरा इलाका दहशत में आ गया। इस आग की लपटों में दो रसोई गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हो गए।

तेज पछुआ हवा आग में घी का काम कर रही थी। इसी आग की चपेट में अरविंद यादव का बीस वर्षीय पुत्र गुलशन यादव बीच आग में फस गया और वही झूला कर उसकी मृत्यु हो गई , गुलशन की मौत पर पिता अरविंद यादव और माता भीखमा देवी का रो-रो कर बुरा हाल था। बेटी की मौत पर रोते रोते दोनों बेहोश हो रहे थे क्योंकि 17 अप्रैल को गुलशन की शादी होने वाली थी।

सूचना मिलते ही नारायणपुर बीडीओ हरिमोहन कुमार, सीओ अजय कुमार सरकार, भवानीपुर ओपी अध्यक्ष रमेश कुमार साह दल बल के साथ पहुंच गया। करीब 2 घंटे बाद बिहपुर थाना से छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची लेकिन इस भयावह आग पर काबू पाना मुश्किल था देर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने पर लोगों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा। छोटी फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग बुझाना शुरू किया तो लोगों ने पानी और सुखी मिटटी भी देना शुरू कर दिया लेकिन जब तेज पछुआ हवा बह रही थी तो आग और बढ़ता जा रहा था। लोगों का मांग हो रहा था कि बड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ी भेजी जाए। इसके बाद आधा-आधा घंटा के अंतराल पर एक के बाद एक छोटी चार और बड़ी चार गाड़ी पहुंचती । करीब 5 घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन आग की लपटें जहां-तहां से शुरू हो रही थी तो लोगों में एक बार फिर डर समा रहा था।

आग ज़ब लगा था उस समय अधिकतर लोग अपने अपने खेतों में काम कर रहे थे। घर में बच्चा और मवेशी ही था जिसके कारण आग बढ़ता गया। जिस जिस व्यक्ति के घर में आग लगा उसे मोबाइल के माध्यम से खेतों में सूचना मिली तो वह खेत छोड़कर जैसे तैसे भागा। खेत से घर पहुंचा तो देखा घर जलकर राख हो चुका है। रोने के अलावा कुछ नहीं बचा। बिछावन,चौकी, नकदी, जेवरात भी जल गया। अरविंद यादव, कारे बयादव, ऋषि यादव, अनिजर यादव, पुलकित यादव, बतिस यादव, सतीश यादव, ज्योतिष यादव, त्रिभुवन यादव, आनंदी यादव, मनोज यादव, महेश यादव,
दिलीप यादव, बिभिष्ण यादव, भिखारी यादव सहित करीब सौ से ज्यादा व्यक्ति का घर जलकर राख हो गया है। सूचना मिलने पर एडीएम महफूज आलम, नवगछिया एसडीएम उत्तम कुमार, डीसीएलआर महेशवर प्रसाद सिंह,एसडीपीओ सहित कई थाने की पुलिस और कई अंचल के सीओ भी पहुंच गए।

आग की भयावहता को देख कर दो महिला भी बेहोश हो गई। पीएचसी नारायणपुर से पहुंची मेडिकल टीम ने उसे ऑक्सीजन देकर होश में लाया और प्राथमिक उपचार किया। आग लगने की सूचना पर पीएचसी नारायणपुर से दो एंबुलेंस और मेडिकल की पूरी टीम वहां पहुंच गई। चिकित्सा के क्षेत्र में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल की टीम पूरी तरह से तैयार थी। फायर ब्रिगेड जवानों के साथ आग बुझाने में कई समाजसेवी ने भी सहयोग किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति अग्निपीड़ितों का गुस्सा देखने में बन रहा था। ग्रामीणों का मांग था कि जनप्रतिनिधि के सहयोग से आज तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी प्रखंड स्तर पर नहीं हुआ है।जिसके कारण बराबर आग लगने से नुकसान होता है।

इंजीनियर शैलेंद्र घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया और पीड़ित 200 घर के परिवारों को खाना खिलाने एवं रहने की व्यवस्था की बात कही वहीं मुआवजा दिलाने की बात कही।

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