न्यूज़ डेस्क उत्तर प्रदेश शंखनाद
जौनपुर (उत्तर प्रदेश) शुक्रवार आजीवन कारावास में निरुद्ध कैदी की ज़िला चिकित्सालय में इलाज के दौरान मौत हो गईl जिसको लेकर अन्य कैदियों ने जमकर हंगामा कर दिया और कारागार अस्पताल को फूंक डालाl स्थिति पर काबू पाने को जेल प्रशासन ने भारी पुलिस व पीएसी की सहायता लेनी पड़ी l
बताया जाता है कि रामपुर थाना क्षेत्र के बनीडीह गांव निवासी 42 वर्षीय बागेश मिश्र को जिला अदालत ने गत पांच जनवरी को हत्या व अनुसूचित जाति उत्पीड़न निवारण एक्ट में दोहरा आजीवन से दंडित किया था। तभी से वह जिला जेल में निरुद्ध था। उसे काफी समय से मधुमेह के साथ ही श्वांस संबंधी बीमारी थी।
गुरुवार को हालत खराब होने पर उसका जेल के अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे सीने में दर्द सांस फूलने पर हालत नाजुक देखते हुए जेल प्रशासन ने स्वजन को सूचना देने के साथ ही जिला चिकित्सालय पहुंचाया। वहां डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर लगने पर आक्रोशित बंदियों ने जमकर बवाल काटते हुए तोड़फोड़ के साथ ही जेल अस्पताल में आग लगा दी और घंटों हंगामा किया l
स्थिति पर काबू पाने के लिए जेल प्रशासन द्वारा भारी पुलिस बल व पीएसी बुलानी पड़ी और गेट बंद करआंसू गैस में गोले दागने पड़े तब जाकर स्थिति कुछ सामान्य हो पाई है।
मृतक के भाई ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।