रवि शंकर शर्मा :-
उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही चार दिवसीय चैती छठ महापर्व सम्पन्न हो गया!
कार्तिक छठ की तरह ही अब चैती छठ में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है!
सुबह 3 बजे से ही गंगा घाटों और विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं और व्रतियों की भीड़ उमड़ने लगी थी!
जिसे देखते हुए हाथीदह, मोकामा, बाढ़, बख्तियारपुर गंगा घाटों पर प्रशासन द्वारा पहले से ही विशेष इंतजाम किये गये थे!
सभी घाटों की बैरिकेडिंग करने के साथ ही आपात स्थति से निबटने के लिये प्रशासनिक पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई थी!
SDRF की टीम को भी तैयार रखा गया था!
वहीं कहते हैँ छठ में उदीयमान सूर्य व्रतियों और श्रद्धालुओं द्वारा काफी मनुहार के बाद दर्शन देते हैँ, ठीक ऐसा ही हुआ, 5:42 में निर्धारित सूर्योदय के बावजूद 6 बजे के बाद ही भगवान सूर्य के दर्शन हुए और सूर्योदय के साथ ही भगवान सूर्य के जयकारे लगने लगे और शुरू हो गया अर्घ देने का सिलसिला!
जो 7 बजे तक चलता रहा और फिर व्रतियों से आशीर्वाद लेकर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया और अपने अपने घरों के लिये प्रस्थान कर गये!