नकली मास्क टूटती सांसे,
चिकित्सकों में आक्रोश व्याप्त!

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अनमोल कुमार

बिहार राज्य के एकमात्र कोविड-19 डेडीकेटेड नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नकली मास्क के वजह से रोज मौत के शिकार हो रहे हैं !
इस अस्पताल के चिकित्सकों ने नोज क्लिप और आई एस आई मार्क वाले मास्क की मांग लगातार करते रहे हैं परंतु अस्पताल प्रशासन कान में तेल डालकर सोई हुई है !यहां आठ सौ बेड है जिसमें 500 बेड कोविड-19 अस्पताल के रूप में कार्यरत है 7 विभागों को मिलाकर एक कोविड-19 बनाया गया जहां कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चलता है l यहां 300 चिकित्सा कर्मी का रास्ता और 150 जूनियर डॉक्टर कार्य पर लगे हुए हैं !
पिछले कुछ दिनों से नोज क्लिप और आई एस आई मार्क वाले मास की मांग चिकित्सकों द्वारा उठाई जा रही है परंतु इस मामले में राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल के प्रशासन नींद नहीं खुल रहा है l नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल खेजुरिया डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ रामचंद्र ने बताया कि बरसे संक्रमण में एकमात्र मास्क ही रामबाण का काम करता है अगर वह भी नकली है तो डॉक्टर अपना और मरीजों का जान बचाने में कैसे सक्षम हो पाएगा ?
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश सचिव डॉ सुनील कुमार ने बताया कि इस वर्ष 93 चिकित्सक कोरोना से मौत के शिकार हुए हैं पहली लहर में 42 डॉक्टर संक्रमित होकर मौत के शिकार हुए थे l उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को अगर सुरक्षा संसाधन की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया तो बाकी लोग कैसे सुरक्षित रह पाएंगे !

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