मोतीहारी से अरविंद कुमार
आठ मंजिलें अऩुसंधान भवन का शिलान्यास किया !
पूर्वी चम्पारण सह पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह , मोतीहारी विधायक सह राज्य सरकार के गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार,पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी भी रहे मौजूद !
कार्यक्रम के पहले राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी की आदम कद प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया। कार्यक्रम को सम्बोधित राज्यपाल ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों की आय को बढाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि बेकार की चीजों से आज वैज्ञानिक अनुठी वस्तु बना रहे है। केले के बेकार हो चुके थम से सुन्दर और मजबूत कपडे बनाये जा रहे है। इसी प्रकार उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि चम्पारण के हांडी मीट का प्रचलन बढाहै,जिससे लोगों को रोजगार मिला है। वहीं पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा गौधन के विकास का कार्य तेजी से चल रहे है। आज देश में दुध के उत्पादन और उत्पादकता में काफी अन्तर है। आज देश विश्व में
सबसे बडा दुध उत्पादक देश बना है लेकिन प्रत्येक आदमी आज भी मात्र साढे चार सौ ग्राम दुध मिल रहा है। दुध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए देशी नस्ल के गाय को उच्चश्रेणी के गाय में बदलने का काम किया जा रहा है। इस कार्य में कृषि विभाग और पशुपालन विभाग लगा है। नस्ल सुधार कर दुध के उत्पादन को बढाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2016 से पूर्व प्रति आदमी मात्र डेढ सौ ग्राम दुध होता था दो आज
बढकर साढे चार सौ ग्राम हुआ है। उन्होंने कहा कि पीपराकोठी में नस्ल सुधार सहित कई प्रकार के अऩुसंधान केन्द्रों की स्थापना किया गया है। उन्होंने कहा कि आज देश के सबसे उच्चे कृषि और पशु अनुसंधान केन्द्र के भवन का राज्यपाल फागु चौहान ने
शिलान्यास किया है,जो दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा। उन्होंने कहा कि आठ मंजिले भवन में वैज्ञानिक रहकर अनुसंधन करेंगें। जिसका सीधा लाभ देश के किसानों और पशुपालकों को मिलेगा। वहीं राज्य सरकार के गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि गन्ना से गुड निर्माण को बढावा देने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार योजनाओं को लागू किया है,जिससे किसानों को इस उद्योग की ओर अग्रसर होने में लाभ मिलेगा। वहीं
राज्य सरकार के पशुपालन एवं मत्स्य मंत्री मुकेश सहनी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज साढे छह सौ करोड रुपये की मछलियां दूसरे प्रदेशों से मंगाया जाता है। जिसकारण हमारे राज्य का पैसा दूसरे प्रदेशों में जा रहा है। जबकि राज्य मे पूरे संसाधन है,जिसे विकसित कर मछली उत्पादन को बढाया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रखंडों में मछली बाजार की स्थापना किया जायेगा।