रिपोर्ट- अमित कुमार!
उनका आरोप है कि सरकार ने 2024 में बहाली परीक्षा तो कराई, लेकिन उसका पूरा परिणाम अब तक जारी नहीं किया गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केवल 10 से 20 उम्मीदवारों का ही रिजल्ट घोषित किया गया है, बाकी अभ्यर्थियों को अनिश्चितता में छोड़ दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उनकी नियुक्ति की जाए और नियमित वेतन की सुविधा दी जाए। वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीधी बातचीत करना चाहते हैं और उनकी समस्याओं का जल्द समाधान चाहते हैं।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे 2012 से लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अस्थाई नहीं किया गया है और न ही नियमित वेतन मिल रहा है। सरकार से बार-बार आश्वासन मिलने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। पिछले सप्ताह भी जब वे अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे थे, तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया था।
यह मुद्दा पिछले 12 साल से लंबित है, और परिचारक अब सड़कों पर उतरकर अपनी मांगों को उठा रहे हैं। उन्होंने जदयू कार्यालय के बाहर ‘नियुक्ति दो, न्याय दो’ जैसे नारे लगाए और थाली पीटकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।