पारस हॉस्पिटल में दुस्साहसी हत्याकांड, पप्पू यादव को मिलने से रोका गया!

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रिपोर्ट- अमित कुमार

पटना में कानून व्यवस्था को खुली चुनौती: पारस हॉस्पिटल में दुस्साहसी हत्याकांड, पप्पू यादव को मिलने से रोका गया!

पटना से इस वक्त की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर —
पुलिस मुख्यालय के बगल में स्थित पारस हॉस्पिटल में अपराधियों ने दुस्साहस की सारी हदें पार कर दीं।
अस्पताल के दूसरे तल्ले पर चढ़कर एक कुख्यात अपराधी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई।
शूटर वार्ड में घुसे, गोलियां दागीं और फरार हो गए।
पुलिस मुख्यालय कुछ ही कदमों की दूरी पर है… लेकिन अपराधियों को न कानून का डर था, न कैमरों का।

यह वारदात बताती है कि बिहार की फिज़ा में अब अपराधी ‘मॉन्स्टर’ बन गए हैं, जिन्हें किसी की परवाह नहीं है।

घटना के बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव पीड़ित परिजनों से मिलने अस्पताल पहुंचे, लेकिन
शासन प्रशासन द्वारा उन्हें मिलने से रोक दिया गया।

पप्पू यादव ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा है कि —

“जब एक जनप्रतिनिधि को भी पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाता, तो जनता की आवाज़ कौन सुनेगा?”

उन्होंने राज्य सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और
पटना में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग दोहराई।

यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अब अपराधी सरकारी तंत्र के सामने खुली चुनौती दे रहे हैं।
अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस कितनी तेजी से इन शूटरों को गिरफ्तार कर पाती है।

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