संभावित बाढ़ सुखाड़ के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार दृढ संकल्पित : लेशी सिंह!

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रिपोर्टर — राजीव कुमार झा

मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग सह जिला प्रभारी मंत्री मधुबनी लेशी सिंह ने डीआरडीए सभागार में बैठक कर संभावित बाढ़/सुखाड़ की पूर्व तैयारियों,डॉ०अंबेडकर समग्र सेवा अभियान,महिला संवाद आदि की बैठक कर विस्तृत समीक्षा किया। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़/सुखाड़ के प्रभाव को कम से कम करने को लेकर सरकार दृढ संकल्पित है एवं पूरी गंभीरता के साथ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बाढ़/सुखाड़ जैसी आपदा की स्थिति उत्पन्न होने पर ससमय पीड़ितों को राहत उपलब्ध कराए जाने को लेकर पूरी गंभीरता के साथ लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़/सुखाड़ दोनों ही स्थितियो में वैकल्पिक फसल योजना के लिए पूरी तैयारी अविलंब कर लें। इसके पूर्व जिलाधिकारी,आनंद शर्मा द्वारा पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जिले में अबतक की गई संभावित बाढ़ /सुखाड़ की पूर्व तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि मधुबनी जिला पारंपरिक रूप से आपदा के प्रति संवेदनशील जिला रहा है। लगभग 18 नदियों और उसकी सहायक नदियां जिले से गुजरती हैं। उन्होंने बताया कि जिले की महत्वपूर्ण नदियों के जलस्तर प्रतिदिन प्रति तीन घण्टे पर ली जा रही है। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में सामान्य वर्षापात से 167 प्रतिशत अधिक एवं मई माह में सामान्य से 66 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। उन्होंने कहा कि कम वर्ष की स्थिति में जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि नहरों के अंतिम छोर तक पानी पंहुचाएं,ताकि,किसानों को रोपनी के लिए सिंचाई की दिक्कत न हो। जिलाधिकारी ने बाढ़ पूर्व तैयारियों के आलोक में बताया कि सभी सलुइस गेट की जाँच तेजी से की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण से संबंधित कुल 4 योजनाओं में से 2 योजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं शेष के 2 का कार्य अंतिम चरण में हैं। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि अपूर्ण योजनाओं को बाढ़ से पूर्व हर हाल में पूर्ण करवा ले। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक कुल 2912 पुल-पुलियो के भेंट की सफाई कर ली गई है ,शेष का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त कुल 43 सड़को में से सभी की मरम्मती करवा ली गई है। प्रभारी मंत्री ने संबधित अभियंता को निर्देश दिया कि स्वयं एक बार क्षतिग्रस्त सड़को का स्थल जाँच कर ले। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में संभावित बाढ़ के दृष्टिकोण से सरकारी नावों की मरम्मती का कार्य तेजी से किया जा रहा है एवं निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा किया जा रहा है। अनुग्रहिक राहत के भुगतान हेतु परिवारों के आधार सीडिंग को अद्यतन करने का काम पूरा कर लिया गया है एवं सूची को अपडेट किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में बाढ़ आश्रय स्थल की पहचान कर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। साधारण बाढ़ राहत केंद्र के तहत कुल 223 शिविरों की पहचान की गई है,जिसमे 89607 लोगो की ठहरने की व्यवस्था है। इन सब के लिए सामुदायिक रसोई के लिए 217.स्थानों को भी चिन्हित किया गया है। जिसमें रोजाना कुल 86112 लोग भोजन प्राप्त कर सकते हैं। सभी चिन्हित बाढ़ आश्रय स्थलों का भौतिक सत्यापन का कार्य किया जा रहा है और उन जगहों पर पेयजल, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाओं का आकलन किया जा रहा है जो अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि जिला आपातकालीन संचालन केंद्र चार शिफ्ट में 24 x 7 कार्यरत है,जिसका नंबर 0627-222576 है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष की राशि से निर्मित किए जा रहे कुल 8 बाढ़ आश्रय स्थलों में से 07 स्थलों पर निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है एवं शेष एक पर भी निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। प्रभारी मंत्री ने भवन विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया तेजी से निर्माण। कार्य पूर्ण करें।जिले में एसडीआरएफ के स्थायी आवासन एवं आपदा की स्थिति में रिस्पांस टीमों के प्रशिक्षण हेतु डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी रिस्पांस फैसिलिटी सह ट्रेनिंग सेंटर भी बनकर तैयार है। आपदा की घड़ी में मानव स्वास्थ्य के देखभाल हेतु मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधुबनी द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति एवं जीवन रक्षक दवाओं, हैलोजन टेबलेट,ब्लीचिंग पाउडर, डीटीटी आदि अधिकांश दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा दल का गठन कर लिया गया है। अत्याधिक बाढ़ प्रभावित वाले प्रखंडों यथा मधेपुर फुलपरास घोघरडीहा,बिस्फी, मधवापुर,बेनीपट्टी एवं लौकीही में वोट एम्बुलेंस के लिए मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है। जिले में पेयजल आपूर्ति के मद्देनजर कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल मधुबनी एवं लोक स्वास्थ्य प्रमंडल झंझारपुर के द्वारा कुल 3773 चापाकल की मरम्मती का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मरम्मती दल भी कार्यरत है। जिसके माध्यम से मरम्मत हेतु बंद चापाकलों की सूचना प्राप्त होने पर उनकी मरम्मत सुनिश्चित की जाती है। जिला कृषि पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा बताया गया कि आकस्मिक फसल योजना बनाई जा रही है। धान के बिचड़े का आच्छादन, धान की रोपनी एवं वैकल्पिक फसल जैसे अरहर, तुरिया, उड़द, कुर्थी के फसल लगाने हेतु आकस्मिक फसल योजना की अपने अंतिम चरण में है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में वर्तमान में 08 मोटर बोट है और चार सेटेलाइट फोन भी उपलब्ध हैं। जिले में संकटग्रस्त समूह की पहचान कर ली गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि संस्थापित एवं मरम्मती किए गए चापाकल की सूची एवं गोताखोरो की सूची जिले के वेबसाइट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगी। प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा अब तक की गई तैयारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की सभी संबंधित विभाग पूरी तत्परता एवं गंभीरता के साथ कार्य करते रहें तो निश्चित रूप से आपदा के प्रभाव को काफी कम किया जा सकता है। उन्होंने उपस्थित सभी माननीय जनप्रतिनिधियों को उनके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से आपदा के प्रभाव को हम काफी कम से कम करना है। इसके पूर्व प्रभारी सचिव मधुबनी जिला अभय कुमार सिंह ने कहा कि आज की यह बैठक बहुत ही सार्थक बैठक हुई है,जिसमें माननीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए,जिसपर तत्परता पूर्वक करवाई भी की जाएगी।बैठक में माननीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा बारी बारी से कई समस्याओं के साथ साथ। आपदा से बचाव को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए। प्रभारी मंत्री ने महिला संवाद कार्यक्रम की समीक्षा के क्रम में कहा कि सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं को और भी प्रभावी बनाने एवं समुदाय की अपेक्षाओं के अनुरूप समाधान हेतु राज्य सरकार द्वारा महिला संवाद का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संवाद कार्यक्रम में जिले के ग्रामीण क्षेत्र की सभी महिलाएं भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने परिवार एवं गांव की समस्याओं और आकांक्षाओं को चिन्हित एवं उसकी प्राथमिकता निर्धारित कर विकास की कार्य योजना के सूत्रीकरण का अवसर प्रदान करना है एवं प्रभावशाली समावेशी एवं सहभागी सुशासन के लिए महिलाओं एवं सामुदायिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है।प्रभारी मंत्री द्वारा डॉक्टर अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष विकास शिविर कार्यक्रम का भी समीक्षा किया गया। समीक्षा के क्रम में जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक कुल 1803 टोला में शिविर का आयोजन किया गया है जिसमें कुल 22 लोक कल्याणकारी योजनाओं से वंचित 115871 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है। आपकी शहर आपका बात कार्यक्रम की समीक्षा के क्रम में नगर आयुक्त अनिल चौधरी ने बताया कि नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा सभी नगर निगमन एवं नगर परिषदों के नव विस्तारित क्षेत्र में आम जनों से उनकी आवश्यकता की जानकारी प्राप्त करने, नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता एवं विकास कार्यों के शीघ्र एवं समुचित क्रियान्वयन हेतु यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि मधुबनी नगर निगम के पूर्ण एवं आंशिक रूप से विस्तारित कल 29 वार्डों के 50 मोहल्ले में दिनांक 26 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि मोहल्ला सभा से प्राप्त योजनाओं को बोर्ड से पारित कराने हेतु माह जून 2025 में बैठक का प्रस्ताव है। बैठक में सदस्य, बिहार विधान परिषद, घनश्याम ठाकुर, सदस्य, बिहार विधान सभा,अरुण शंकर प्रसाद,मm सदस्य, बिहार विधान सभा, रामप्रीत पासवान, जिला परिषद अध्यक्षा बिंदु गुलाब यादव,जिले के प्रभारी सचिव सह सचिव,नगरविकास एवं आवास विभाग अभय कुमार सिंह,जिलाधिकारी आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार,मुख्य पार्षद, नगर निगम, मधुबनी, अरुण राय, प्रभारी उप विकास आयुक्त नीरज कुमार,अपर समाहर्ता राजेश कुमार,अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार, डीपीआरओ सह आपदा प्रभारी,परिमल कुमार, निदेशक डीआरडीए,पंचायत राज पदाधिकारी ,प्रभारी पदाधिकारी जिला विकास शाखा,सिविल सर्जन,डॉ हरेंद्र कुमार, एडीएमओ रजनीश कुमार,एडीएसएस,आशीष प्रकाश अमन, कार्यपालक अभियंता विद्युत मो अरमान सहित कई अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

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