रिपोर्ट- अमित कुमार!
जदयू कार्यालय में जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार का प्रेस कॉन्फ्रेंस।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि पटना हाईकोर्ट में 70वीं बीपीएससी परीक्षा के रि एग्जामिनेशन को लेकर जो याचिका दायर की गई थी उसको उच्च न्यायालय ने निरस्त करते हुए उन तमाम लोगों को नसीहत दी है कि तमाम शिक्षण संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को समझे ।
साथ ही उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर को बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी,परीक्षा से पहले छात्रों में नॉर्मलाइजेशन का भ्रम फैलाया गया था।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी की परीक्षा से पहले ही साजिश रची गई थी,मगर कुछ लोगों ने पटना में हो रहे परीक्षा में अशांति फैलाई और परीक्षा को बाधित किया।
आजकल नेता आंदोलन को पैदा करने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं।
बीपीएससी परीक्षा षड्यंत्र में भी कई नेता शामिल थे कि न्यायालय ने बीपीएससी में गड़बड़ी के मामले को जानकारी दिया गया है।
कोर्ट ने कोचिंग संस्थानों को अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से निभाने का निर्देश दिया है अपने जजमेंट में कहा है कि कोचिंग संस्थान अपनी जिम्मेदारी को समझें।
इस आंदोलन में जो छात्र जेल गए किस पार्टी में उनको कितना समर्थन किया है इसका श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।
इस आंदोलन को उकसाणे वाले राजनेता ने छात्रों को जेल भिजवाकर आंदोलन में उनका करियर बर्बाद कर दिया।
तेजस्वी यादव ने कहा था BPSC परीक्षा में पर्चा लीक हुआ है,
कोर्ट में छात्रों के साथ इस गड़बड़ी के खिलाफ क्यों नहीं गए तेजस्वी?
साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार मतलब पारदर्शी सरकार।