रिपोर्ट-विक्रम उपाध्याय/खगड़िया!
आगामी ईद-उल-फितर और चैत्र नवरात्रि के अवसर पर जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जिला प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं। ईद-उल-फितर का पर्व 31 मार्च या 1 अप्रैल 2025 को चाँद देखने के अनुसार मनाया जाएगा, जबकि चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च 2025 से होगा। इन दोनों धार्मिक अवसरों पर जिलेभर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिसके मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार संवेदनशील क्षेत्रों में दंडाधिकारियों और पुलिस बल की विशेष तैनाती की गई है। संयुक्त आदेश के तहत सभी प्रतिनियुक्त अधिकारी अपने-अपने स्थानों पर 30 मार्च 2025 की सुबह 8:00 बजे से लेकर 1 अप्रैल 2025 तक तैनात रहेंगे।
संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता
हिंदू-मुस्लिम मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। मस्जिदों में नमाज अदा करने के दौरान और मंदिरों में पूजा-अर्चना के समय पुलिस बल और दंडाधिकारी मुस्तैद रहेंगे। शांति समिति की बैठकें आयोजित कर आपसी सौहार्द और सामंजस्य बनाए रखने पर जोर दिया गया है।
अफवाहों पर विशेष नजर
असामाजिक तत्वों द्वारा अफवाहें फैलाने और माहौल खराब करने की किसी भी कोशिश को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैलाए जाने वाले भ्रामक संदेशों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
नियंत्रण कक्ष 24×7 रहेगा सक्रिय
जिले में किसी भी स्थिति पर नजर रखने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो 31 मार्च 2025 की सुबह 6:00 बजे से लेकर हालात सामान्य होने तक कार्यरत रहेगा। जिला नियंत्रण कक्ष का संपर्क नंबर 06244-222384 है, जबकि गोगरी अनुमंडल कार्यालय का नियंत्रण कक्ष 06245-231381 पर उपलब्ध रहेगा।
जनता से अपील
प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे शांति और सद्भाव बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। किसी भी आपत्तिजनक या संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल नजदीकी थाना या नियंत्रण कक्ष को दें।
जिला प्रशासन की ओर से शांति भंग करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षाबल मुस्तैदी से अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे ताकि त्योहारों का आयोजन सौहार्दपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में हो सके।