रिपोर्ट- आशुतोष पांडेय!
आरा/ वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में बुधवार को छठा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया,जहाँ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर पहुंचे, जहां वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शैलेंद्र चतुर्वेदी ने उनका स्वागत किया, इसके बाद राज्यपाल को सुरक्षा बलों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया,
गीत समाप्त होने के बाद कुलाधिपति को भोजपुरी पेंटिंग देकर सम्मानित किया गया। उसके बाद कुलपति द्वारा स्वर्ण पदक विजेताओं को शपथ ग्रहण कराया गया। उसके बाद राज्यपाल द्वारा स्वर्ण जीतने वाले छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल और डिग्री देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पहुंचे बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने अपने संबोधन में कहा कि आज के 33 वर्षों के कार्यकाल में छठा दीक्षांत समारोह हो रहा है। मैं आपके कुलपति को बधाई देना चाहता हूं, आप सब के सहयोग से उन्होंने कार्यक्रम को पूरा किया है। जब मैंने यूनिवर्सिटी का अध्ययन करना शुरू किया तो केवल समस्या ही थी। वहीं अध्यापक नहीं आते थे, तो कहीं छात्र नहीं आते थे।
: उसके बाद समय पर रिजल्ट नहीं मिलता था। इस वजह से बिहार के छात्र बाहर जा कर पढ़ने लगे थे। कई जगहों पर एग्जाम होती ही नहीं थी। छात्रों का समय पर परीक्षा नहीं होता था। छात्र मुंबई, बेंगलुरु तो और जगहों पर छात्र जाने लगे, जिसके बाद कुलपतियों के साथ मिलकर काम किया गया। अब स्थिति सुधर रही है। इसको सुधारने का प्रयास हमलोग ने किया है। मुझे उस दिन का इंतजार है जब बिहार के छात्र बिहार में ही रह कर शिक्षा लेंगे और बाहर नहीं जाएंगे।
उनको अगर समय पर परीक्षा नहीं होगा तो उनके समय पर रिजल्ट नहीं मिलेगा तो हम छात्रों से क्या अपेक्षा करेंगे। लेकिन अब बिहार बदल रहा है। लेकिन ये मेरी वजह से नहीं हुआ है। ये आप लोगों की वजह से पूरा हो पाया है। मैं जहां भी कार्यक्रम में जाता हूं तो मैं भी शिक्षा लेता हूं। एक रूप से देखेंगे तो आप लोगों की नई दिशा शुरू हुई है। मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं उनको बधाइयां देता हूं। गोल्ड मेडल से सम्मानित छात्रा हरी जी के हाता निवासी राजीव नयन अग्रवाल की बेटी श्रद्धा अग्रवाल ने बताया कि इसके पीछे मेरे मम्मी, पापा, चाचा-चाची और भाई-बहनों के साथ महाराजा कॉलेज के डिपार्टमेंट के समेश्वर सर, रविंद्र सर के साथ सभी शिक्षकों का काफी योगदान रहा है।
आगे रिहाईब्रिटेशन साइकोलॉजिस्ट वर्क कर रहे हैं। पढ़ाई के वक्त प्रॉपर रूप से काफी मेहनत करते थे। प्रतिदिन 8 से 9 घंटा पढ़ाई करते थे। साथ ही स्कूल और कॉलेज भी जाकर पढ़ाई पूरी करते थे। पापा स्कूल में प्रिंसिपल है। मम्मी गृहणी है।
बता दें कि यूनिवर्सिटी के कतीरा कैंपस स्थित परिसर में वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी का छठा दीक्षांत समारोह मनाया गया है। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति सह राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया। दीक्षांत समारोह में कुल 145 टॉपरों को गोल्ड मेडल दिया जाना था। हालांकि 111 टॉपरों की ओर से ही आवेदन जमा किए गए थे। फाइनल लिस्ट में चयनित और आवेदन जमा कर ड्रेस ले चुके विद्यार्थियों को ही गोल्ड मेडल दिया गया है। सबसे अधिक बेटियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया है।