रिपोर्ट- अमित कुमार!
छठ के मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर उठाई बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, कहा- आस्था के पर्व में नहीं होनी चाहिए राजनीति
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने छठ महापर्व के अवसर पर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि आस्था के इस पर्व में राजनीति से बचना चाहिए, लेकिन जिनके हाथ में सत्ता है, उन्हें बिहार को यह विशेष दर्जा देकर प्रदेश का सम्मान बढ़ाना चाहिए था। साथ ही तेजस्वी यादव ने कल से बिहार और झारखंड में चुनावी दौरे की जानकारी दी। आइए जानते हैं पूरी खबर।
विस्तृत समाचार:
छठ महापर्व के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि छठ आस्था का पर्व है, इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन जिनके हाथ में सत्ता है, वे यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे देते तो प्रदेश की जनता के लिए यह एक बड़ा तोहफा होता।
तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पटना स्थित कार्यालय के बाहर 2025 में उनकी सरकार बनने के पोस्टर लगाए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जिनको पोस्टर लगाना है, वे लगा सकते हैं, लेकिन जनता को तो नौकरी और अच्छी शिक्षा व्यवस्था चाहिए। इसे रोकने की किसी को आवश्यकता नहीं है।”
उन्होंने पप्पू यादव को मिली धमकियों के मामले में कहा कि इसकी जानकारी नहीं है और यह प्रशासन का मामला है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस पर ध्यान दे और उचित कदम उठाए।
तेजस्वी यादव ने जानकारी दी कि वह कल से बिहार और झारखंड में चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे। बिहार के बेलागंज सहित तीन स्थानों पर झारखंड में उनका चुनावी कार्यक्रम रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के दौरान आस्था के पर्व छठ पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, यह एक ऐसा समय है जब सबको मिलकर प्रदेश के कल्याण की बात करनी चाहिए।
बाइट:
तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष: “छठ महापर्व में राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना हमारी प्रमुख मांग है। प्रदेश की जनता को नौकरी और अच्छी शिक्षा चाहिए।”