डिप्टी मेयर चिंता देवी ने पिंडदान करने आये श्रद्धालुओं की समस्याओं पर उठाए गंभीर सवाल!

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रिपोर्ट- अभिषेक कुमार!

डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की, बोली- पिंडदानी धूप में पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर

गया नगर निगम के डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की। इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने देश-विदेश से आए हुए पिंडदानियों से मिलकर हाल-चाल को जानी।

इस मौके पर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए बोली कि पितृपक्ष मेला 2024 में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की, बोली- पिंडदानी धूप में पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर

गया नगर निगम के डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की। इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने देश-विदेश से आए हुए पिंडदानियों से मिलकर हाल-चाल को जानी।

इस मौके पर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए बोली कि पितृपक्ष मेला 2024 में ब्रह्मसत सरोवर में पिंडदानी खुले सरोवर में धूप के नीचे पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर हैं।

बैतरणी सरोवर में छोटा सा पंडाल बनाकर छोड़ दिया गया हे जिससे पिंडदानी को पिंडदान करने में काफी ही दिक्कतें का सामना करनी पड़ रही है। इसमें सबसे बड़ा दोषी ठेकेदार है। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जो काम पहले गया नगर निगम के द्वारा होता था, वह अब ठेकेदार और एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है लेकिन पूरी तरह से व्यवस्था को नहीं किया जा रहा है।

आज भी जिस तरह से पितृपक्ष मेला में गया नगर निगम के कर्मी लगकर मेहनत कर रहे हैं उतना कोई भी ठेकेदार और एनजीओ का कर्मी नहीं कर रहा है। हम चाहते है कि गया नगर निगम के जरिए ही पूरा काम होना चाहिए। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की, बोली- पिंडदानी धूप में पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर

गया नगर निगम के डिप्टी मेयर चिंता देवी ने बैतरणी सरोवर का निरीक्षण की। इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने देश-विदेश से आए हुए पिंडदानियों से मिलकर हाल-चाल को जानी।

इस मौके पर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए बोली कि पितृपक्ष मेला 2024 में बैतरणी सरोवर में पिंडदानी खुले सरोवर में धूप के नीचे पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर हैं।

बैतरणी सरोवर में छोटा सा पंडाल बनाकर छोड़ दिया गया हे जिससे पिंडदानी को पिंडदान करने में काफी ही दिक्कतें का सामना करनी पड़ रही है। इसमें सबसे बड़ा दोषी ठेकेदार है। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जो काम पहले गया नगर निगम के द्वारा होता था, वह अब ठेकेदार और एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है लेकिन पूरी तरह से व्यवस्था को नहीं किया जा रहा है।

आज भी जिस तरह से पितृपक्ष मेला में गया नगर निगम के कर्मी लगकर मेहनत कर रहे हैं उतना कोई भी ठेकेदार और एनजीओ का कर्मी नहीं कर रहा है। हम चाहते है कि गया नगर निगम के जरिए ही पूरा काम होना चाहिए। बैतरणी सरोवर में पिंडदानी खुले सरोवर में धूप के नीचे पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर हैं।

आज भी जिस तरह से पितृपक्ष मेला में गया नगर निगम के कर्मी लगकर मेहनत कर रहे हैं उतना कोई भी ठेकेदार और एनजीओ का कर्मी नहीं कर रहा है। हम चाहते है कि गया नगर निगम के जरिए ही पूरा काम होना चाहिए!

बैतरणी सरोवर में छोटा सा पंडाल बनाकर छोड़ दिया गया हे जिससे पिंडदानी को पिंडदान करने में काफी ही दिक्कतें का सामना करनी पड़ रही है। इसमें सबसे बड़ा दोषी ठेकेदार है। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जो काम पहले गया नगर निगम के द्वारा होता था, वह अब ठेकेदार और एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है लेकिन पूरी तरह से व्यवस्था को नहीं किया जा रहा है।

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