प्रशान्त कुमार ब्यूरो प्रमुख
बेगूसराय गंगा ग्लोबल बीएड कालेज ने मनाया धूमधाम से 11वें स्थापना दिवस। शिक्षित व समृद्ध समाज की संकल्पना के साथ 11 वर्ष पूर्व कालेज की हुई थी स्थापना : सर्वेश कुमार
बेगूसराय में आर्यभट्ट नाॅलेज यूनिवर्सिटी पटना से संबद्धता प्राप्त गंगा ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन ने अपने 11वें स्थापना दिवस के मौके पर समारोह आयोजित किया और इस मौके पर बेहतर करने का संकल्प लिया। बताते चलें कि इस कालेज के विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल का खिताब कई सत्रों में मिलने का गौरव हासिल किया है। समारोह में उपस्थित शिक्षक व छात्र -छात्राओं ने और बेहतर करने का संकल्प लिया। इससे पूर्व अतिथि के रूप में मध्य विद्यालय बीहट के प्रधानाचार्य रंजन कुमार , उच्च विद्यालय पर्रा के प्रधानाचार्य मनोज कुमार तथा जिले की प्रसिद्ध कवियत्री रूपम झा, बीएड कालेज के प्राचार्य डॉ नीरज कुमार, एमबीए कालेज की प्राचार्य डॉ. सुधा झा, एलुमनाई कनुप्रिया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया। मौके पर अतिथियों को अंग वस्त्र व प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से की गई। समारोह को संबोधित करते हुए कालेज के संरक्षक एवं बिहार विधानपरिषद सदस्य सर्वेश कुमार ने कहा कि शिक्षित और समृद्ध समाज की संकल्पना के साथ आज से ठीक 11 वर्ष पूर्व इस महाविद्यालय की स्थापना की गयी थी। 11 वर्ष का समय शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान के लिए बड़ा नहीं होता है। फिर भी यहां के शिक्षक व छात्र -छात्राओं ने मेहनत से कालेज का नाम रोशन किया है। लेकिन इसके साथ ही बड़ी जिम्मेवारी हो जाती है कि इससे और बेहतर हम कैसे करें। शिक्षकों का दायित्व बहुत बड़ा है। उन्हें अपने दायित्व को निभाने के लिए सदैव तत्पर रहने की जरूरत है। विषय प्रवेश कराते हुए प्राचार्य डॉ. नीरज कुमार ने गंगा ग्लोबल बीएड कालेज के ग्यारह वर्षों की यात्रा एवं उपलब्धियों को स्मरण करते हुए कहा कि सत्र 2013-14 में अभिलाषा कुमारी, 2014-15 में मोनिका कुमारी तथा 2019-21 में अभिषेक कुमार ने विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त कर महाविद्यालय का मान बढ़ाया है।
अतिथि बीहट मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य रंजन कुमार ने भावी शिक्षकों से कहा कि आपको अनुशासन एवं जुनून के साथ अपने दायित्व को पूरा करना होगा क्योंकि एक शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि एक शिक्षक को व्यावहारिक होना चाहिए ताकि वह आने वाली पीढ़ी को शिक्षित बनाने के साथ एक अच्छा नागरिक भी बना सके। उच्च विद्यालय पर्रा के प्रधानाचार्य मनोज कुमार ने कहा कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। हम तकनीकी रूप से भी आगे बढ़ रहे हैं। एक शिक्षक के रूप में आपको काफी दक्ष होने की आवश्यकता है। समारोह में कवियत्री रूपम झा ने अपनी छंद, गजल एवं समसामयिक कविता पाठ व गायन से भावी शिक्षकों में काफी उत्साह पैदा किया। कालेज की पूर्व प्रशिक्षु (एलुमनाई) कनुप्रिया ने कालेज में बिताए अपने दो वर्षों के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि नियमित क्लास और अनुशासन के कारण ही मुझे गंगा ग्लोबल के प्रशिक्षण का समुचित लाभ मिल पाया। सहायक प्राध्यापक प्रो. सुधाकर पांडेय, डॉ अंजली डॉ कामायनी कुमारी डॉ. अनीथा एस, डाॅ. राजवंत सिंह ने शिक्षा से संबंधित अपने विचारों को व्यक्त करते हुए सभी प्रशिक्षुओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रो. विपिन कुमार ने सत्र 2023-25 के प्रथम वर्ष की परीक्षा में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु यथा हर्षिता कुमारी, कंचन कुमारी, श्रृष्टि गौतम तथा कुमारी ममता को तथा बीते वर्ष में 92 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति के लिए अमलेश कुमार को आये हुए अतिथियों एवं प्राचार्य को हाथों पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन प्रो परवेज यूसुफ ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम ने बांधा समां
सत्र 2023-25 के प्रशिक्षुओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर चार चांद लगाया। कार्यक्रम में स्वागत गीत के अलावा मैथिली समूह गीत, हिन्दी गीत तथा पुराने फिल्मी के गीतों ने शमा बांध दिया। जिसमें सलोनी कुमारी, प्रिया कुमारी, शाहीन प्रवीण, डॉली कुमारी, जागृति कुमारी, निधि कुमारी, जयश्री, अपराजिता कुमारी, मीना हंसदा, स्वीटी कुमारी, हर्षिता कुमारी, शाम्भवी कुमारी, लिपि कुमारी, मोनी कुमारी, पल्लवी कुमारी, नीलू कुमारी, सुप्रिया कुमारी, प्रियंका कुमारी, श्रृष्टि गौतम, नेहा कुमारी, रितेश कुमार तथा प्रथम वर्ष की शुभम कुमारी ने अपनी सहभागिता दी। समारोह का मुख्य आकर्षण रहा परवेज़ यूसुफ़ द्वारा लिखित एवं निर्देशित हास्य व्यंग लघु नाटक तलाश एक अच्छे शिक्षक की। नाटक के माध्यम से विभिन्न समस्याओं का समाधान के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया गया। नाटक में राजा की भूमिका में मोनू कुमार, महारानी की भूमिका में कुमारी ममता, मंत्री- श्रृष्टि गौतम, सिपाही एक- विकास कुमार, सिपाही दो- रितेश कुमार, दासी की भूमिका राखी कुमारी, सलाहकार एक- अजय कुमार, सलाहकार दो- नेहा कुमारी, सलाहकार तीन- कुलदीप कुमार, सलाहकार चार- प्रदीप कुमार, महिला एक की भूमिका में पल्लवी कुमारी, महिला दो- प्रिया कुमारी, महिला तीन- सुप्रिया कुमारी तथा पुरुष की भूमिका का निर्वाह विशाल कुमार ने किया। प्रो. अमर कुमार ने अपने मधुर गायन से भावी शिक्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रो विपिन कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में जिन लोगों ने मदद की उनका आभार व्यक्त किया तथा महाविद्यालय के पुराने सहयोगियों को याद किया। कालेज की उपलब्धियों के लिए गोल्ड मेडल प्राप्त पूर्व प्रशिक्षु अभिलाषा कुमारी, मोनिका कुमारी तथा अभिषेक कुमार की प्रशंसा की वहीं महाविद्यालय गान लिखने वाले स्वर्गीय डी पी साहु, शैक्षणिक गतिविधि देखने वाले स्वर्गीय जे एन यादव तथा सहकर्मी मुरारी को याद किया। उक्त अवसर पर डॉ अविनाश कुमार, प्रो कुंदन कुमार, प्रो अभिजीत कुमार, कार्यालय कर्मी मनीष कुमार अकेला, प्रकाश सिन्हा, आलोक कुमार के साथ प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षु गण उपस्थित थे।