रिपोर्ट- अमित कुमार!
अखिलेश यादव द्वारा संतों की माफिया से तुलना करने पर विश्व हिंदू परिषद ने कड़ा विरोध जताया है और उनसे माफी की मांग की है।
नई दिल्ली, 14 सितंबर 2024: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा संतों की तुलना माफिया से किए जाने पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने अखिलेश यादव के बयान को ‘घोर निंदनीय और आपत्तिजनक’ बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और उनके साथ इंडी गठबंधन को इस बयान पर पूरे हिंदू समाज और संतों से माफी मांगनी चाहिए।
डॉ. जैन ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब अखिलेश यादव ने हिंदू आस्थाओं और संतों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हमेशा अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए हिंदू समाज का अपमान करते हैं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सपा सरकार के कार्यकाल में राम मंदिर आंदोलन को दबाने के लिए हिंदुओं का नरसंहार हुआ था। आज अखिलेश यादव माफिया और आतंकवादियों को संरक्षण देते हैं और संतों की प्रतिष्ठा का अपमान करते हैं।
डॉ. जैन ने यह भी कहा कि INDI गठबंधन के किसी भी नेता ने इस बयान की निंदा नहीं की है, जिससे यह प्रतीत होता है कि यह एक सोची-समझी साजिश के तहत हो रहा है। अगर इस बयान पर माफी नहीं मांगी जाती, तो हिंदू समाज इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगा।