निभाष मोदी ,भागलपुर

जिस हाथ में कलम और कॉपी होनी चाहिए थी उस हाथ में जिंदगी बचाने के जद्दोजहद का समान दिख रहा है, मामला तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के रविंद्र भवन का है, जहां छोटे-छोटे नौनिहाल आशियाना बनाते दिखे, दरअसल गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण दिलदार पुर, और शंकरपुर चवनिया दियारा पंचायत के कई गांव उफनती गंगा की चपेट में आ गए हैं, और दियारा में रहने वाले लोग घर में पानी प्रवेश कर जाने के कारण काफी परेशान दिख रहे हैं, और लगातार अपने सामानों को बचाने की कवायद कर रहे हैं, वही उनके बच्चे गंगा के रौद्र रूप से बच गए सामानों को सुरक्षित रखने और खुद एवं परिवार को सुरक्षित रखने को लेकर आशियाना बनाते दिखे….