रिपोर्ट – अमित कुमार!
पटना आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी पर झूठी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली के तथाकथित शराब घोटाले की पूरी कहानी सामने आने के बाद भाजपा का असली एवं घिनौनी राजनीतिक का पर्दाफास हुआ है।
उन्होंने कहा कि 6 मई को दिल्ली की एक कोर्ट ने शराब घोटाले पर एक आदेश पारित किया है जिसमें तथाकथित शराब घोटाले की सच्चाई दुनिया के सामने रख दी है।
बीजेपी के बड़े नेताओं ने संवाददाता सम्मेलन कर यह आरोप लगाया कि शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी ने 100 करोड़ की रिश्वत ली है। सीबीआई और ईडी ने खुद कोर्ट में कहा है कि इसमें 70 करोड़ की रिश्वत का इनके पास कोई सबूत नहीं है। सीबीआई तथा ईडी ने आगे कहा कि बाकी के तीस करोड़ रूपए राजेश जोशी नाम का कोई आदमी साउथ से लेकर आया और उसने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लोगों को दिए। 6 मई को अपने आर्डर में कोर्ट ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि राजेश जोशी कोई भी पैसा लेकर आया था- तीस करोड़ की तो बात छोड़ दीजिए उनके पास एक नया पैसा का भी सबूत नहीं है।
राजेश सिन्हा ने सीबीआई तथा ईडी पर भाजपा के इसारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी ने कोर्ट के सामने झूठ बोला कि मनीष सिसोदिया ने 14 फोन तोड़ दिए। बाद में जाँच करने के बाद पता चला कि सारे फोन मौजूद हैं और इनमें से पांच फोन तो सीबीआई और ईडी के कब्जे में हैं।
उन्होंने कहा कि दरअसल शराब घोटाले नाम की कोई चीज दिल्ली में हुई ही नहीं। ये सारी कहानी मोदी जी के निर्देश पर पीएमओ में लिखी गई। आज पूरे देश की जनता अरविंद केजरीवाल को एक कट्टर ईमादार नेता मानती है। जिस तरह से मोदी जी पर आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं उससे उनकी छवि देश में काफी खराब हो गयी है।
राजेश सिन्हा
प्रदेश मीडिया प्रभारी
आम आदमी पार्टी




