एसोसिएट एडिटर अश्विनी श्रीवास्तव :

बम विस्फोट के दौरान मदरसा में मौजूद अन्य जख्मी लोगों को भी तलाश रही है पुलिस !
बिहार पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस)भी पहुंचा बांका !
बांका(बिहार): बांका के नवटोलिया नूरी मस्जिद के पास बने मदरसे में बम विस्फोट की घटना ने जहां पुलिस प्रशासन की नींद हराम कर दी है वहीं राजनीतिक गलियारों में भी कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। इधर उक्त मदरसे के मौलाना का शव बरामद होने के बाद धीरे-धीरे अन्य कई चौंकाने वाले राज भी खुलने के आसार बनने लगे हैं। एक अपुष्ट खबर के अनुसार मदरसे में आईइडी विस्फोट हुआ था। हालांकि प्रशासनिक स्तर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। विस्फोट में जिस मौलाना अब्दुल मोमिन की मौत हुई उसके शरीर पर जो निशान मिले हैं, उससे ऐसे कई सवाल उठने भी लगे है। कहीं मौलाना खुद बम तो नहीं बना रहा था ! क्योंकि कहा जा रहा है कि पोस्टमार्टम के दौरान बॉडी पर जो जख्म के निशान थे, वे स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि ब्लास्ट के कारण शरीर पर चोटें लगी थी। शरीर पर ढेर सारे छर्रे यानि स्पिलंटर थे। सारे जख्मों के इर्द गिर्द काला निशान था। इससे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि बम के वह बहुत करीब था। पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है, जो मदरसे के भीतर मौजूद थे, और बम विस्फोट के दौरान हुए भी जख्मी हुए थे। हालांकि वे सभी फरार हैं। बताया जा रहा है कि उक्त मौलाना के जख्मी होने के बाद उसका गुप्त तरीके से इलाज भी कराया गया था, लेकिन उसकी मौत होने के बाद एक कार के माध्यम से उसके शव को गांव पहुंचा दिया गया, और कार चालक कार लेकर फरार हो गया। पुलिस मौलाना के बैकग्राउंड हिस्ट्री के साथ-साथ अन्य एक्टिविटीज के तह तक में भी जाने की जुगत में है।
बता दे कि कि बांका के नवटोलिया में नूरी मस्जिद इस्लामपुर के पास बने एक मदरसे में मंगलवार को जबरदस्त विस्फोट हुआ था जिसमें पूरा मदरसा जमींदोज हो गया था। इस विस्फोट में मौलवी मोहम्मद सत्तार उर्फ मोमिन की मौत हो गई। पहले इसे सिलेंडर विस्फोट बताया गया, लेकिन बाद में ये साबित हो गया है कि ये बम विस्फोट था। इधर बुधवार को भागलपुर प्रक्षेत्र के डीआईजी सुजीत कुमार वहां पहुंचे और घटना की जांच की। पटना से बिहार पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता भी पहुंचा है।इसके अलावे कई राष्ट्रीय स्तर की प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी इस बड़ी खबर पर नजर बनाई हुई है ।