पहले यास तूफान ने मक्के की खेती को किया था बर्बाद, अब पानी में डूबे फसल को बचाने में जुटे है किसान!

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दरभंगा से धर्मेंद्र पांडे

दरभंगा के कुशेश्वरस्थान प्रखंड के खेतों में फैला कमला नदी का पानी, इलाके में समय से पहले बाढ़ सा नजारा , पहले से यास तूफान ने मक्के की खेती को किया था बर्बाद अब बचे फसल पानी में डूबे, कमर भर पानी में से किसान जुटे है फसल बचाने , इन इलाके के किसान मक्के की फसल पर रहते है सालो भर निर्भर , किसानो ने कहा समय से पहले आये नदी का पानी ने कमर तोड़ दिया, सीओ ने कहा फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है जल्द जिला को भेजा जाएगा रिपोर्ट।

दरभंगा जिला के बाढ़ ग्रस्त इलाका कुशेश्वरस्थान प्रखंड में मक्के की लहलहाती फसल देख किसानों ने कई सपने मन में सजा रखे थे. यास चक्रवाती तुफान से लगातार चार दिनों तक हुए तेज आंधी-बारिश के बाद कमला नदी का बढ़ा जलस्तर खेतो में फैल गया। जिसके कारण खेतों में बारिश के जमे पानी और नदी से निकले पानी से बाढ़ सा नजारा है , किसान के सारे सपने को चकनाचुर कर दिया. किसान अब पानी में घिरे फसल जो जमींदोज होकर कमर भर पानी में डुब चुके हैं. जो फसल खड़े है उसे किसान नाव एवं पानी में घुसकर कच्चे – पक्के मक्के की बाली को तोड़ने में भुखे प्यासे जुटे है.पानी से बाहर निकालने वाला यह फसल भी कोइ काम की नहीं होगी ,बावजूद किसान इसे निकाल कर मन की संताप मिटा रहे हैं.

कुशेश्वरस्थान बाढ़ प्रभावित इस क्षेत्र के किसान एकमात्र रबी फसल की खेती कर पाते है, गेहूं एवं मक्का पर ही इनकी निर्भरता है. आमतौर पर बाढ़ के कारण खेतों से बाढ़ की पानी देरी से निकलने से खेत देर से तैयार होने तथा व्यवसायिक दृष्टिकोण से अधिक आमदनी देने के कारण किसान अधिक से अधिक खेतों में मक्के की फसल बोआई करते हैं. परिजनों के सालभर खाने लायक ही गेहूं बोते हैं. मालुम हो की इस बार तीन हजार हेक्टेयर में प्रखंड क्षेत्र में मकई का आच्छादन हुआ है.जिसमें 75 प्रतिशत से भी अधिक फसल का नुकसान हुआ है.

2020 बाढ़ मे अपना सबकुछ गवां चुके किसानों ने जी तोड़ मेहनत कर मक्के की खेती की थी. खेतों में लहलहाती फसल देख किसान भी गदगद थे. मन में कई सपने बुन रखे थे. बेटे- बेटियों की शादी, बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाई, पक्के का घर बनाना सहित कई अरमान संजो रखे थे. उन्हें क्या पता था की एकक्षण में ही आंधी – बारिश के बाद कमला नदी समय से पहले उनके सपनो को बहा कर ले जाएगा ,

कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के सीओ त्रिवेणी प्रसाद ने कहा कि आंशिक रूप से क्षति हुई है जिसका सर्वेक्षण करवाया जा रहा है रिपोर्ट आते ही जिला को भेज दिया जाएगा।

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