सुजीत के साथ रुपेश

लखीसराय के चानन प्रखंड स्थित प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र मननपुर चानन लखीसराय में एंबुलेंस धुल फाकने के साथ अब बरसात का पानी पी रहा है। आम लोगो से मिली जानकारी में ये एंबुलेंस तकरीबन दो महीनो से यहां पड़ा है और एंबुलेंस के कर्मचारी को गंदे अस्तबल में पड़े घोड़े के जैसा पड़ा देख रहे है। इनलोगो को भी जानबूझ कर बिना बिजली पानी भवन के वैसे जगहों पर रखा गया है जहां पिछले दिनों कोरोना मरीज का जांच किया जाता था। एंबुलेस के एम टी का इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन संग ड्राइवर ने अपना दुखड़ा बया किया विशाल कुमार एम टी का इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन ने बताया की दो माह से हम दो कर्मचारी एंबुलेंस के साथ है और इस नारकीय जीवन को जी रहे है।हमलोग इस खुले कमरे में बिना खिड़की दरवाजे के रह रहे है।हमलोग जब मरीज लाने जाते है तो कुत्ता यहां प्रवेश कर जाता है। हमारे पास कंपनी का बड़ा मोबाइल है जिसके चोरी हो जाने का डर लगा रहता है। ना ही यहां बेड है और ना ही बाथरूम और शौचालय, हवा आता है और सारा सामान बिखर जाता है। इस संबंध में डॉक्टर से बात करने पर उन्होंने कहा कि बगल में रूम है वो मुहैया करा दिया जायेगा पर अबतक नही किया गया है। दूसरी और ड्राइवर उपेंद्र यादव ने बताया कि ड्यूटी तो कर रहे है पर व्यवस्था नहीं है। हमलोग एंबुलेंस के साथ चौबीस घंटे तैयार है पर ये रहने का व्यवस्था नारकीय है। वही स्थानीय निवासी मिथलेश कुमार पासवान ने बताया कि ये एंबुलेंस लगातार दो मास से यहां है इससे काम नहीं होता है। यहां अस्पताल में कर्मचारी नहीं है। एम्बुलेस स्टॉफ क्या करेगा। ये बेचारा चुपचाप बैठा रहता है। किसी की समस्या पर ये कहां जायेंगे यहां कर्मचारी और डॉक्टर नहीं है ये तो उनके ही दिए गए निर्देशों का पालन करेंगे। आज तक यहां कोई सेडुअल नही है। ये लोग तो यहां लाचारी में है। अगर इन्हे किसी तरह को परेशानी होती है तो इसका जिम्मेदार प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग के लोग होंगे। ज्ञात हो कि अभी बिना बरसात के ही बारिश हो रही है और इस दौरान ठनका गिरने का डर होता है, दूसरी और बारिश का पानी खेतो में जमने के बाद सांप बिच्छू इस इलाके में ज्यादा दिखते है। ऐसे में इनकी परेशानी को कौन दूर करेगा।