मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में अनियमितता व गबन का मामला का उजागर!

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शकील की रिपोर्ट


बिहार सरकार के अति महत्वकांक्षी योजना सात निश्चित पार्ट 2 में अनियमितता और गबन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है । ताज़ा मामला पश्चिम चंपारण ज़िला के नरकटियागंज औऱ बगहा 2 प्रखंड क्षेत्र का है । जहां पंचायत चुनाव सम्पन्न होने के बाद परिवर्तन की जो लहर चुनाव परिणाम में देखने को मिला उसका असर होने लगा है। आलम यह है कि नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में किए गए गबन व घोटाले को उजागर कर रहें हैं। जिससे यह साफ हो गया है कि किस कदर पंचायत में चलाई जा रही सरकारी योजनाओ में भ्रष्टाचार किया गया है और शायद यही वजह है कि पंचायत चुनाव में परिवर्तन की लहर देखने को मिल रही है।कुछ ऐसा हीं हाल नरकटियागंज प्रखंड के गोखुला पंचायत के सियरही गावँ स्थित वार्ड 12 में देखने को मिला । वहीं बगहा 2 प्रखंड के नरवल बोरवल पंचायत के पिपरा में तत्कालीन वार्ड सदस्य औऱ मुखिया द्वारा आचार संहिता लागू होने पर भी सरकारी राशि निकासी कर मनमानी किया गया है । जिसको लेकर एसडीएम से शिकायत की गई है ।दरअसल कहीं सरकारी राशि निकाल कर बंदरबांट किया गया है तो कहीं आचार संहिता के बीच निकासी कर नये काम शुरू करने का फर्जीवाड़ा किया गया है । जिसकी शिकायत पर एसडीएम दीपक मिश्रा ने डीपीआरओ औऱ बीडीओ जयराम चौरसिया को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया है।बताया जा रहा है कि सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना नल जल में व्यापक अनियमितता की गई है। नरकटियागंज प्रखंड के इस गांव में यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं है। अब नरकटियागंज में नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य की शिकायत पर जब विभाग के जेई जांच करने पहुंचे तो ग्रामीणो ने शिकायतो की झड़ी लगा दी।सबसे हैरत की बात तो यह है कि योजना को पुर्ण दिखाकर सारा पैसा निकाल लिया गया है और योजना पूर्ण होने के डेढ़ साल बाद भी ग्रामीणों को पानी की एक बुंद तक नहीं मिला है। 14 लाख की योजना में अबतक कई काम अधूरे भी है जबकि राशि पूरी निकल गई है। वहीं डेढ़ साल पूर्व पदाधिकारी के दबाव में योजना पूर्ण दिखा दिया गया है। यहाँ तक कि घरों में पानी चालू हो जाने की भी घोषणा भी कर दी गई है। लेकिन हालत यह है कि अबतक घरों में पानी सप्लाई नही किया जा सका है तो कई जगह पाइप लीकेज है। उधर बगहा 2 प्रखंड के नरवल बोरवल पंचायत के पिपरा गांव में तत्कालीन मुखिया बबिता देवी ने अपने निजी उपयोग वाले रास्ते मे पेपर ब्लॉक के कार्य चुनाव हारने के बाद आनन फानन में शुरू करवाया है जिसको लेकर किरकिरी हो रही है और शिक़ायत मुख्यमंत्री तक पहुंचा है।इधर नरकटियागंज में ग्रामीणों की शिकायत पर जब जेई सुनील कुमार जांच करने पहुंचे तब लोगो ने शिकायत की झड़ी लगा दी। जेई ने जब मोटर चालू करवाया तब पूरी गड़बड़ी सामने आ गई। कई जगह लीकेज सामने आया तो कुछ जगह जमीन के अंदर पाइप से पानी की धार बहने लगी जिससे घर मे पानी पानी हो गया । टोटी से पानी गिरता कही नही दिखा तो अधिकारियों के होश उड़ गए । नरकटियागंज में ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जमीन में पाइप को कई जगह ट्यूर से बांधा गया है। टंकी वाले स्थान में नीचे मिट्टी तक नही भरा गया है। मोटर भी अलग दूर पर लगाया गया है। जबकि बगहा 2 में ग्रामीणों ने कार्य शुरू किये बग़ैर पंचायत सचिव राजबली राम द्वारा लाखों की सरकारी राशि निकासी का आरोप लगाया है । लेकिन काम चुनाव ख़त्म होने के बाद आनन फानन में शुरू किया गया है जो सार्वजनिक इस्तेमाल का नहीं होने की बात कही गई है ।बहरहाल इन मामले में जेई औऱ BDO ने पुरे मामले की जांच कर दोषि पूर्व वार्ड सदस्य,वार्ड सचिव और पंचायत सचिव समेत अन्य लोगो पर कार्रवाई कर राशि वसूली करने की बात कही है लेकिन देखना होगा कि जांच की प्रक्रिया कबतक पुरी होती है और कबतक दोषियो पर कार्रवाई होती भी है या नहीं क्योंकि अभी कई अन्य चरणोँ में चुनाव होने बाकी हैं और जहां चुनाव हो चुके हैं और नतीज़े आ गए हैं वहां शपथ ग्रहण किया जाना भी अभी बाकी है । लिहाजा आचार संहिता लागू होने पर राशि निकासी और चुनाव हारने पर आनन फानन में सड़क निर्माण जो निजी व्यक्तियों के इस्तेमाल का है कितना जायज़ है ।

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