रिपोर्ट- धर्मेंद्र कुमार
मोतिहारी के सुगौली से एक भावुक कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पवरिया टोला, उर्दू के प्रधानाध्यापक मधुरेन्द्र कुमार के तबादले के बाद स्कूल परिसर में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। लेकिन यह महज़ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था… यह एक ऐसा दृश्य था, जहां शिक्षक और छात्रों के बीच के रिश्ते की गहराई आँखों से छलकती नज़र आई। करीब सात वर्षों तक विद्यालय में अपनी सेवा देने वाले प्रधानाध्यापक मधुरेन्द्र कुमार का स्थानांतरण होते ही छात्रों और अभिभावकों की आंखें नम हो गईं। छात्रों ने प्रधानाध्यापक को स्कूल न छोड़ने की जिद तक कर दी। कई छात्र फूट-फूट कर रोते नज़र आए। अपने संबोधन में पूर्व प्रधानाध्यापक मधुरेन्द्र कुमार ने कहा शिक्षक का स्थान माता-पिता से भी ऊपर होता है। हम सिर्फ पाठ नहीं पढ़ाते, बल्कि बच्चों का भविष्य गढ़ते हैं। यही वजह है कि शिक्षक और छात्र के बीच एक अटूट रिश्ता बन जाता है। कार्यक्रम में उपस्थित बीस सूत्री समिति के सदस्य मोहम्मद साबिर ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कहा कि—
“शिक्षक की भूमिका बच्चों की नींव मजबूत करने में अहम होती है, और जब ऐसा कोई शिक्षक जाता है, तो उसके जाने की पीड़ा हर किसी को होती है। मौके पर नवपदस्थापित प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, शेख नूरैन, शेख मोजाहिर, बसीर मियां, विद्यालय सचिव अफसरी खातून समेत कई स्थानीय गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। शिक्षक और छात्र के बीच ऐसा रिश्ता विरले ही देखने को मिलता है। प्रधानाध्यापक मधुरेन्द्र कुमार ने अपने अनुशासित व्यवहार और उत्कृष्ट शिक्षण से जो छाप छोड़ी है, वह लंबे समय तक छात्रों के दिलों में बनी रहेगी।